Hindi moral story 8 : तोड़ दो उस बंधन को जो आपको सफल होने से रोकता है

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Hindi moral story : दोस्तों, हिंदी प्रेरणादायक कहानियाँ (Moral stories in hindi) के कारवाँ को आगे बढ़ाते हुए, आज फिर हम आपके लिए लेकर आये हैं एक नयी हिंदी प्रेरणादायक कहानी (Motivational story in hindi)। इसे पढ़िए, इससे सीखिए और इसे प्रेरणा लीजिये।

आज प्रतिस्पर्धा का दौर है और हममें से सभी लोग सफल होना चाहते हैं। तथा सफल होने के लिए मेहनत और कोशिश भी करते हैं। पर कुछ लोग सफल हो जाते हैं और कुछ बार बार कोशिश करने के बाद भी असफल हो जाते हैं।

विद्यार्थी अपने अच्छे भविष्य के लिए परीक्षा देते है। कुछ लोग अच्छी नौकरी के लिए इंटरव्यू देते हैं। लेकिन उनमे से सभी सफल नहीं हो पाते।

कुछ लोग बार बार प्रयास करने पर भी असफल हो जाते हैं और फिर अपने आप ही अपने मन में यह धारणा बना लेते हैं कि हम अब सफल नहीं हो सकते और प्रयास करना छोड़ देते हैं जबकि सफलता बस एक प्रयास दूर होती है। फिर उनकी यही धारणा धीरे धीरे यकीन में बदल जाती है और वे ज़िंदगी में कभी सफल नहीं होते। फिर ऐसे लोग अपनी मानसिक धारणाओं की ज़ंज़ीरो में इस कदर जकड जाते हैं कि वे ज़िंदगी भर कोई प्रयास नहीं करते और अपनी किस्मत को दोष देते देते सारी ज़िन्दगी ऐसे ही बेकार में गुजार देते हैं।

जो लोग कोशिश करना छोड़ चुके हैं उन लोगो के लिए मैं एक कहानी पेश कर रहा हूँ ,कृपया इसे ध्यानपूर्वक पढ़े , समझें और इस पर अमल करें।

एक बार एक आदमी एक सर्कस के पास से गुजर रहा था, तो वहाँ उसने सर्कस में हाथियों को बंधे हुए देखा, और वह अचानक रुक गया। उसने देखा कि हाथियों के अगले पैर में एक पतली सी रस्सी बंधी हुई है। उसे इस बात का बड़ा आश्चर्य हुआ कि हाथी जैसे विशालकाय जानवर लोहे की जंजीरों की जगह बस एक पतली सी रस्सी से बंधे हुए हैं। ये स्पष्ट था कि हाथी जब चाहते तब अपने बंधन तोड़ कर कहीं भी जा सकते थे, पर किसी वजह से वो ऐसा नहीं कर रहे थे और ना ही उस रस्सी को तोड़ने की कोशिश ही कर रहे थे।

जब उससे रहा नहीं गया तो उसने पास खड़े महावत से पूछा – कि भाई ये हाथी इतनी पतली रस्सी से बंधे होने पर भी किस प्रकार इतनी शांति से खड़े हैं और रस्सी तोड़ने या भागने का प्रयास नही कर रहे हैं ?

तब महावत ने कहा, ” जब ये हाथी छोटे होते हैं तो इन्हे इन रस्सियों से बाँधा जाता है। उस समय इनके पास इतनी शक्ति नहीं होती कि ये इस बंधन को तोड़ सकें।  बार-बार प्रयास करने पर भी रस्सी ना तोड़ पाने के कारण इन्हे धीरे-धीरे यकीन होता जाता है कि ये इन रस्सियों को नहीं तोड़ सकते और बड़े होने पर भी उनका ये यकीन बना रहता है।  इसलिए वो कभी इसे तोड़ने का प्रयास ही नहीं करते।”

आदमी आश्चर्य में पड़ गया कि ये ताकतवर जानवर सिर्फ इसलिए अपना बंधन नहीं तोड़ सकते क्योंकि ये इस बात में यकीन करते हैं कि ये इस रस्सी को तोड़ नहीं सकते। जबकि अगर ये एक बार और कोशिश करके देखें तो रस्सी को तोड़ सकते है।

दोस्तों, हममें से भी बहुत से लोग सिर्फ इसलिए आगे कोशिश नहीं करते कि हम अपनी पहले से मिली असफलताओ के कारण या बार बार कोशिश करने के बाद भी सफलता नहीं मिल पाने के कारण ये मान लेते है कि हम अब सफल नहीं हो सकते। जबकि सच्चाई ये है कि आप सफलता से बस एक कदम दूर हैं।

तो प्रयास करना बंद ना करें और अपनी पहली असफलताओ से सीख लेते हुए ये पता करे कि आप सफल क्यों नहीं हो रहे हैं , ऐसे कौन से कारण हैं जो आपको सफल होने से रोक रहे हैं , ऐसी कौन सी वजहें हैं जो आप को आगे नहीं बढ़ने दे रहीं ?

फिर उन कारणों और वजहों को दूर करते हुए अपनी पूरी ताकत , मेहनत , लगन और धैर्य के साथ दोबारा प्रयास करें और तब तक प्रयास करते रहें जब तक आप सफल ना हो जाओ। फिर आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। आप निश्चित ही सफल होंगे।

ध्यान रखिये,  असफलता जीवन का एक हिस्सा है ,और निरंतर प्रयास करने से ही सफलता मिलती है।  यदि आप भी ऐसे किसी बंधन में बंधें हैं जो आपको सफल होने से रोक रहा है, आगे बढ़ने से रोक रहा है और अपने सपने सच करने से रोक रहा है तो उस बंधन को तोड़ डालिए…..

क्योंकि आप हाथी नहीं हैं ……आप जानवर नहीं हैं ……..आप  इंसान हैं और आप ये कर सकते हैं।

अरे यारो …..करके तो देखो ………सफलता आपका इंतज़ार कर रही है।

 





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