Jack Ma : 50 से भी ज्यादा बार फेल होने के बाद बनाई अलीबाबा कंपनी

If you like this article, please share it with your friends

jack ma biography in hindi

 

दोस्तों,आज मैं आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहा हूँ जो ना जाने कितनी बार अपनी ज़िंदगी में फेल हुआ है, ना जाने उसे कितनी बार reject  किया गया है, ना जाने कितनी मुश्किलों और निराशाओं का सामना किया है इस शख्स ने।

क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतने rejection  और निराशाओं के बाद उस शख्स ने क्या किया होगा ?

आज वो शख्स एशिया का दूसरा तथा दुनिया का 18 वां सबसे धनी व्यक्ति है। उस शख्स का नाम है जैक मा।

चीन के रहने वाले जैक मा के पास ना तो कॉलेज की डिग्री है और ना ही वे बहुत ज्यादा हैंडसम हैं  लेकिन उन्होंने ऐसा काम कर दिखाया है जो handsome  और degree holder  व्यक्ति भी नहीं कर सकता। जैक मा अलीबाबा ग्रुप के फाउंडर हैं। वे चीन के सबसे धनी व्यक्ति हैं तथा एशिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि एशिया में कुल 48 देश हैं। यानि कि 48 देशो में दूसरे सबसे धनी व्यक्ति। भारत के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अम्बानी इस लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं।

इसे भी पढ़ें :- MDH Founder महाशय धर्मपाल गुलाटी : एक तांगे वाले से अरबपति बनने तक का सफ़र

इसे भी पढ़ें :-  डॉ. विवेक बिन्द्रा कौन हैं और कैसे वे Business Training के सबसे बड़े Brand बने

जैक मा की सफलता की कहानी (Success story of Jack Ma / Jack Ma biography in hindi)

आज मैं आपको अलीबाबा कंपनी के मालिक जैक मा की प्रेरणादायक ज़िंदगी (Alibaba founder Jack Ma motivational story in hindi) के बारे में बता रहा हूँ।

आरंभिक जीवन

जैक मा का जन्म 15 अक्टूबर 1964 को चीन में हुआ था। 13 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंग्रेजी सीखनी शुरू कर दी। अंग्रेजी सीखने के लिए वे टूरिस्ट गाइड बन गए थे। वे टूरिस्टों से अंग्रेजी में ही बात किया करते थे। करीब नौ साल ये काम करने के बाद वे एक स्कूल में अंग्रेजी के अध्यापक बन गए।

जिंदगी में हुए कई बार फेल

जैक मा 5 वीं में 2 बार तथा 8 वीं में 3 बार फेल हुए थे। ग्रेजुएशन करने के लिए अमेरिका की Harward University  ने उन्हें एडमिशन देने से करीब 10 बार मना किया था। लगभग 30 नौकरियों में उन्होंने apply किया था और सभी में reject कर दिए गए थे। एक बार उन्होंने K.F.C.  में भी apply किया था तब कुल मिलकर 25 लोगों ने apply किया था उनमे से 24 लोग select हो गए और अकेले ये ही reject हुए थे।

इसे भी पढ़ें :- Wilma Rudolf – अपाहिज लड़की ने सबसे तेज धाविका बनकर किया नामुमकिन को मुमकिन

बिज़नेस की शुरुआत

इतनी बार फेल होने तथा रिजेक्ट होने के बाद भी इन्होने हिम्मत नहीं हारी, ये निराश नहीं हुए बल्कि सकारात्मक सोच के साथ एक ट्रांसलेशन कंपनी खोली। इसी दौरान ये अमेरिका गए। वहां पर इन्होने पहली बार इंटरनेट का नाम सुना और पहली बार जाना कि घर बैठे लोग भी इंटरनेट के द्वारा एक दूसरे से जुड़ सकते हैं। इसी सोच के साथ इन्होने चीन लौटकर चीन की पहली ऑनलाइन डायरेक्टरी “China Pages” लांच की। इसकी कामयाबी से जैक मा चीन में Mr. Internet  के नाम से मशहूर हो गए।

अलीबाबा कंपनी की शुरुआत

चीन में इंटरनेट का ज्यादा प्रसार ना होने की वजह से मा को “China Pages”को बंद करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने 1998 में Shoping website alibaba.com की शुरुआत की। लेकिन शुरुआत में उनके सामने कई समस्याएं आयीं। तीन सालों तक उन्हें कोई मुनाफा नहीं हुआ। उनकी वेबसाइट की सबसे बड़ी समस्या थी कि Online Payment  का कोई तरीका उनके पास नहीं था। और कोई भी बैंक उनके साथ काम करना नहीं चाहता था।

तब उन्होंने अपना खुद का Payment System  बनाने का फैसला किया और इसका नाम रखा  “AliPay” . AliPay से इंटरनेशनल ग्राहकों के बीच पैसे का आदान प्रदान बहुत आसान हो गया।

इसे भी पढ़ें :- टैक्सी चलाने वाले ने खड़ा किया 45 हजार करोड़ का साम्राज्य

दोस्तों, जब जैक मा ने अपना आईडिया लोगो को बताया था तब भी लोगों ने उन्हें मूर्ख कहा था और कहा था कि ये सबसे मूर्खतापूर्ण आईडिया है जो तुम सोच सकते हो। तब जैक ने कहा कि उन्हें इस बात कोई फर्क नहीं पड़ता अगर इस सुविधा से लोगो का काम आसान हो जाता है।

आज 800 मिलियन लोग AliPay का इस्तेमाल करते है। उनकी वेबसाइट Alibaba.com पर रोजाना 100 मिलियन Customers आते हैं। आज अलीबाबा ग्रुप में लगभग 34985 कर्मचारी काम करते हैं। तथा अलीबाबा की मार्किट वैल्यू 231 अरब डॉलर है तथा जैक मा की संपत्ति 24.1 अरब डॉलर (130800 करोड़ / 1300 अरब रूपए) है।

आज अलीबाबा E-Commerce  कंपनी दुनिया में सबसे अधिक Online सामान बेचती है। इसकी क्षमता का अंदाजा आप इसी से लगा सकते है कि यह Amazon और E-bay  से भी अधिक बड़ी कंपनी है।

 

उपलब्धियाँ

  • 2004 में America Central Television द्वारा  “Top 10 Business Leaders of the Year”  चुने गए।
  • 2005 में World Economic Forum ने  “Young Global Leader” सम्मान से नवाजा। उसी वर्ष Forbes Magazine  ने “25 Most Powerful Business People in Asia”  में से एक चुना।
  • 2008 में Barrons ने “One of the 30 World’s Best CEO” चुना।
  • 2009 में Forbes Magazine ने “Top 10 Most Respected Entrepreneurs in China” चुना।
  • 2014 में Forbes ने “30th Most Powerful Person in the World” में से एक चुना।
  • जापान के Soft bank के Board Member  हैं ।

तो दोस्तों, आपने देखा कि कैसे एक आदमी इतनी सारी मुश्किलों, समस्याओं, failures, rejections , निराशाओं से निकलकर अपनी सकारात्मक  सोच, मेहनत तथा लगन से जमीन से उठकर आसमान की बुलंदी पर पहुँच  गया और सारी दुनिया में छा गया।

जैक मा की पत्नी कहती हैं कि जैक हैंडसम नहीं हैं लेकिन मुझे उनसे इसलिए प्यार हो गया कि वे ऐसे कई काम कर सकते हैं जो हैंडसम पुरुष भी नहीं कर सकते।

तो दोस्तों, जैक मा से हमें ये प्रेरणा मिलती है कि हमें कभी भी निराश नहीं होना चाहिए , हमें कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए चाहे हम कितनी बार भी फेल हों, चाहे हम कितनी बार भी रिजेक्ट हों। हमें हमेशा मजबूत होकर, दृढ होकर सभी समस्याओं, मुश्किलों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य की और बढ़ना चाहिए, अपने सपने को साकार करना चाहिए।

अगर आपके अंदर दृढ विश्वास है, आपको अपने काम से लगाव है तथा अपने ऊपर भरोसा है तो कोई भी समस्या, कोई भी मुश्किल आपका रास्ता नहीं रोक सकती। आप सफल होंगे ही।

……Best of Luck

 

Related Posts :-

 





If you like this article, please share it with your friends

32 thoughts on “Jack Ma : 50 से भी ज्यादा बार फेल होने के बाद बनाई अलीबाबा कंपनी”

  1. बेहद प्रेरणादायक कहानी ही कुमार जी और ऐसे ही हमे प्रेरणा देते रहिये

  2. pushpendraji
    aapke blog par paheli baar aaya hu… achhikhabar.com ke madhayam se .

    Very Nice Real Story !!!

    Thank you !!

  3. pushpendra ji
    aapke blog par pahli baar aaya hu achhikhabar ke madhyam se.achha likhte hai aap mujhe achha laga
    dhanywaad……….

  4. आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आभार …………….बस ऐसे ही आप लोगों का प्यार और प्रोत्साहन मिलता रहे

  5. Pushpender ji.
    Apke likhne ka andaaz bahut pasand aaya mujhe. ek line padhne ke baad apka article apne aap apni taraf dhyan khinchne lagta hai. Keep it up this wonderful writing.

  6. बहुत ही शानदार यात्रा रही है अलीबाबा कंपनी की ! जैक मा की हिम्मत और जज्बे से बहुत कुछ सीखा जा सकता है !!

Leave a Reply to Kavita Rawat