
जब तक तोड़ूंगा नहीं तब तक छोड़ूंगा नहीं : दशरथ मांझी
जब तक तोड़ूंगा नहीं तब तक छोड़ूंगा नहीं : दशरथ मांझी
बहुत पुरानी कहावत है कि “अकेला चना कभी भाड़ नहीं फोड़ सकता |” लेकिन इस कहावत को पूरी तरह से झुठला दिया है बिहाल के दशरथ मांझी ने | उन्होंने अपनी इच्छा शक्ति, दृढ़ संकल्प और सहस से अकेले दम पर वो असंभव कार्य कर दिखाया जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता | [Read More…]