रविंद्रनाथ टैगोर के अनमोल विचार (Ravindranath Tagore motivational quotes in hindi)
रविंद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता में हुआ। रविंद्रनाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं – भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।
आज मैं यहाँ रविंद्रनाथ टैगोर के 43 महान विचारों (Motivational thoughts of Ravindranath Tagore in hindi) के बारे में बता रहा हूँ।
रविंद्रनाथ टैगोर के अनमोल कथन (Ravindranath Tagore inspirational quotes in hindi)
1. पंखुड़ियाँ तोड़ कर आप फूल की खूबसूरती नहीं इकठ्ठा करते।
2. मित्रता की गहराई परिचय की लम्बाई पर निर्भर नहीं करती।
3. खुश रहना बहुत सरल है …लेकिन सरल होना बहुत मुश्किल है।
4. कला में व्यक्ति खुद को उजागर करता है, कलाकृति को नहीं।
5. जीवन हमें दिया गया है, हम इसे देकर कमाते हैं।
6. प्रेम अधिकार का दावा नहीं करता , बल्कि स्वतंत्रता देता है।
7. संगीत दो आत्माओं के बीच के अनंत को भरता है।
8. उपदेश देना सरल है, पर उपाय बताना कठिन।
9. हम दुनिया में तब जीते हैं जब हम उसे प्रेम करते हैं।
10. सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते।
11. हम तब स्वतंत्र होते हैं जब हम पूरी कीमत चुका देते हैं।
12. जब मैं खुद पर हँसता हूँ तो मेरे ऊपर से मेरा बोझ कम हो जाता है।
13. तितली महीने नहीं क्षण गिनती है, और उसके पास पर्याप्त समय होता है।
14. अकेले फूल को कई काँटों से इर्ष्या करने की ज़रुरत नहीं होती।
15. मुखर होना आसान है जब आप पूर्ण सत्य बोलने की प्रतीक्षा नहीं करते।
16. हम महानता के सबसे करीब तब होते हैं जब हम विनम्रता में महान होते हैं।
17. आस्था वो पक्षी है जो सुबह अँधेरा होने पर भी उजाले को महसूस करती है।
18. यदि आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जायेगा।
19. जो कुछ हमारा है वो हम तक आता है , यदि हम उसे ग्रहण करने की क्षमता रखते हैं।
20. कट्टरता सच को उन हाथों में सुरक्षित रखने की कोशिश करती है जो उसे मारना चाहते हैं।
21. जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप में नहीं कह सकता, उसी को क्रोध अधिक आता है।
22. मौत प्रकाश को ख़त्म करना नहीं है; ये सिर्फ दीपक को बुझाना है क्योंकि सुबह हो गयी है।
23. हर एक कठिनाई जिससे आप मुंह मोड़ लेते हैं,एक भूत बन कर आपकी नीद में बाधा डालेगी।
24. किसी बच्चे की शिक्षा अपने ज्ञान तक सीमित मत रखिये, क्योंकि वह किसी और समय में पैदा हुआ है।
25. वो जो अच्छाई करने में बहुत ज्यादा व्यस्त है ,स्वयं अच्छा होने के लिए समय नहीं निकाल पाता।
26. हर बच्चा इसी सन्देश के साथ आता है कि भगवान अभी तक मनुष्यों से हतोत्साहित नहीं हुआ है।
27. हम ये प्रार्थना ना करें कि हमारे ऊपर खतरे न आयें, बल्कि ये करें कि हम उनका सामना करने में निडर रहे।
28. समय परिवर्तन का धन है, परन्तु घड़ी उसे केवल परिवर्तन के रूप में दिखाती है, धन के रूप में नहीं।
29. जिस तरह घोंसला सोती हुई चिड़िया को आश्रय देता है, उसी तरह मौन तुम्हारी वाणी को आश्रय देता है।
30. मनुष्य महानदी की भांति है जो अपने बहाव द्वारा नवीन दिशाओ में राह बना लेती है।
31. विश्वास वह पक्षी है जो प्रभात के अंधकार में ही प्रकाश का अनुभव करता है, और गाने लगता है।
32. विश्वविद्यालय महापुरुषों के निर्माण के कारखाने है और अध्यापक उन्हें बनाने वाले कारीगर है।
33. केवल प्रेम ही वास्तविकता है , ये महज एक भावना नहीं है.यह एक परम सत्य है जो सृजन के ह्रदय में वास करता है।
34. आपकी मूर्ति का टूट कर धूल में मिल जाना इस बात को साबित करता है कि इश्वर की धूल आपकी मूर्ति से महान है।
35. सच्ची आध्यात्मिकता, जिसकी शिक्षा हमारे पवित्र ग्रंथो में दी हुई है, वह शक्ति है, जो अंदर और बाहर के पारस्परिक शांतिपूर्ण संतुलन से निर्मित होती है।
36. स्वर्ण कहता है -मुझे न तो आग से तपाने का दुःख है , न काटने पीसने से और न कसौटी पर कसने से, मेरे लिए तो जो महान दुःख का कारण है, वह है घुंघची के साथ मुझे तोलना।
37. तर्कों की की झड़ी, तर्कों की धूलि और अन्धबुद्धि ये सब आकुल व्याकुल होकर लौट जाती है, किन्तु विश्वास तो अपने अन्दर ही निवास करता है, उसे किसी प्रकार का भय नहीं है।
38. साधारण दिखने वाले लोग ही दुनिया के सबसे अच्छे लोग होते हैं : यही वजह है कि भगवान ऐसे बहुत से लोगों का निर्माण करते हैं।
39. उच्चतम शिक्षा वो है जो हमें सिर्फ जानकारी ही नहीं देती बल्कि हमारे जीवन को समस्त अस्तित्व के साथ सद्भाव में लाती है।
40. बर्तन में रखा पानी चमकता है; समुद्र का पानी अस्पष्ट होता है. लघु सत्य स्पष्ठ शब्दों से बताया जा सकता है, महान सत्य मौन रहता है।
41. सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाक़ू की तरह है जिसमे सिर्फ ब्लेड है। यह इसका प्रयोग करने वाले के हाथ से खून निकाल देता है।
42. मैं एक आशावादी होने का अपना ही संस्करण बन गया हूँ. यदि मैं एक दरवाजे से नहीं जा पाता तो दूसरे से जाऊंगा- या एक नया दरवाजा बनाऊंगा. वर्तमान चाहे जितना भी अंधकारमय हो कुछ शानदार सामने आएगा।
43. मैं सोया और स्वप्न देखा कि जीवन आनंद है. मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है. मैंने सेवा की और पाया कि सेवा आनंद है।
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