We give you solution or you can say 12 ways for women to avoid molestation and protect themselves. Tips for Women for Self Defense in Hindi. If you like this post then share with your family and friends for safety.
महिलाओं के लिये छेड़छाड़ से बचने और अपनी सुरक्षा खुद करने के 12 उपाय (12 tips for women for self defense and to avoid harassment)
आज के समय में महिलाओं के साथ लूट, छीनाझपटी, छेड़छाड़, अपहरण, रेप आदि घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। महिलायें सिर्फ घर से बाहर ही नहीं अपने घर में भी सुरक्षित नहीं हैं। चाहे कॉलेज स्टूडेंट हों, नौकरीपेशा महिला हो या हाउसवाइफ हो, हर जगह उन्हें अपनी सुरक्षा का खतरा बना ही रहता है। किसके साथ कब क्या हो जाये किसी को नहीं पता? मार्केट में, बस या ट्रेन में, ऑटो में, लिफ्ट में, गली मोहल्ले में मनचलों या बदमाश लड़कों का छेड़छाड़ करना, उन पर अश्लील कमेंट करना, अश्लील इशारे करना आदि रोजाना की लगभग आम बात सी हो गयी है। बहुत सी लड़कियां रोज रोज की इन बदतमीजियों से तंग आकर या तो घर से बाहर निकलना ही बंद कर देती हैं या फिर डरकर कुछ कह नहीं पाती हैं जिससे ऐसे लोगों का हौसला और बढ़ जाता है।
हालाँकि हर जगह हर बात पर हर किसी से उलझना या बहस करना भी ठीक नहीं है और कुछ बातों को ignore करना ही सही होता है लेकिन अगर पानी सिर से ऊपर उतरने लगे तो फिर सबक सिखाना भी जरुरी हो जाता है।
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मुसीबत या किसी ऐसी स्थिति के समय जो सबसे जरुरी चीज ध्यान रखनी है वो है कि किसी भी स्थिति में डरें नहीं, अपने ऊपर भरोसा रखें, आत्मविश्वास बनायें रखें, हिम्मत से काम लें तभी आप हर स्थिति का सामना कर सकती हैं और अपनी सुरक्षा कर सकती हैं। अगर आप डर जायेंगी तो आप हिम्मत से अपराधियों का सामना नहीं कर पायेंगीं जिससे उनका हौंसला बढ़ जायेगा और वे आपको चोट पहुँचा देंगे। ऐसी किसी भी स्थिति में आपको अपना हौंसला बनाये रखना है और अपराधियों का हौंसला तोड़ देना है। और ये बात हमेशा ध्यान रखें कि आपको अपनी सुरक्षा खुद ही करनी हैं।
आज मैं Gyan Versha के माध्यम से आपको 12 ऐसी ही बातें बताने जा रहा हूँ जिनका ध्यान रखकर आप घर से बाहर होने वाली किसी अनहोनी से काफी हद तक खुद को बचा सकती हैं।
1. जब आप सड़क या रास्ते पर पैदल चल रही हों। (When you are walking on the road or road.)
- हर महिला या युवती को अकेले होने पर पैदल चलते वक्त सड़क के दाएं तरफ ही चलना चाहिए। इससे सामने आने वाली हर चीज दिखाई देती है। बाएं तरफ चलने पर ट्रैफिक आपके पीछे से आता है और आपके बगल से किसी वाहन के निकल जाने तक आपको उसके बारे में कोई अंदाजा नहीं रहता। दाएं तरफ चलने पर सामने काफी दूर से कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे जाएगी। बाएं तरफ चलने में सावधान होने का जरा भी मौका नहीं मिलता है।
- मनचलों को भी महिला पर पीछे से वार करने में आसानी होती है। वे पीछे से आसानी से किसी युवती या महिला को हाथ मार कर जा सकते हैं या उनका सामान छीन कर ले जा सकते हैं। महिलाओं के पीछे से अश्लील कमेंट करके आगे निकल जाना उनके लिए आसान होता है। उन्हें लड़की या महिला से नजर भी नहीं मिलानी पड़ती। और पीछे से उन्हें पहचाने जाने का डर भी नहीं रहता है।
- सामने से आने पर किसी भी मनचले के लिए ऐसा करना मुश्किल होता है। सामने से आने पर पहचाने जाने का डर हमेशा लगा रहता है और पीछे के मुकाबले सामने से हमला या छेड़छाड़ होने की स्थिति में महिला विरोध करने या अपना बचाव करने में ज्यादा सक्षम होती है।
- घर में मौजूद परिवार के सदस्यों को थोड़े-थोड़े अंतराल पर अपने बारे में जानकारी देती रहें। परिजनों को भी चाहिए कि वे थोड़े-थोड़े समय बाद आपके बारे में पूछते रहें।
- मोबाइल को हमेशा ऑन रखें और सुरक्षा वाले तथा घर के नंबरों को स्पीड डायल पर रखें। तथा सुरक्षा संबंधी नंबर, हेल्पलाइन नंबर हर समय अपने पास रखें।
- कई बार लड़कियां पर्स को उस तरफ टांगकर चलती हैं जिधर ट्रैफिक होता है। इससे बाइक वालों को छीना-छपटी का मौका मिल जाता है। पर्स को हमेशा उस तरफ लटकाएं, जिधर दीवार है या ट्रैफिक नहीं है।
- घर से बाहर निकलें तो हैंडबैग को कंधे के बजाय कोहनी के जोड़ पर टांगें। बदमाशों के लिए हैंडबैग को कंधे से एक झटके में खींच लेना आसान होता है। यदि हैंडबैग कोहनी के जोड़ पर होगा तो झटका लगने पर भी वह पूरी तरह बदमाश के काबू में नहीं आएगा।
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2. हेडफोन्स का इस्तेमाल समझदारी से करें। (Use headphones wisely.)
- अगर आप भीड़ भरे रास्ते से जा रही हैं या बस या किसी ऑटो या ट्रेन में जा रही हैं तो हेडफोन का इस्तेमाल करें। आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए मनचले अक्सर अश्लील भाषा का प्रयोग करते हैं, आप पर कोई कमेंट करते हैं या सीटी बजाते हैं। अगर हेडफोन्स कान पर लगे होंगे तो आप इस तरह की बेशर्मी सुनने से बच जायेंगी। जब उन्हें इस बात का एहसास होगा कि आपका ध्यान अपनी ओर खींचने की उनकी सारी कोशिशें बेकार जा रही है तो वो अपने आप ही चुप हो जायेंगे।
- अगर आप अकेले या सुनसान रास्ते से जा रही हैं तो हेडफोन का इस्तेमाल ना करें या ज्यादा देर तक फ़ोन पर बात ना करें। एकदम अलर्ट रहें और अपने आसपास होने वाली हर आहट का ध्यान रखें। ऐसी जगह पर हेडफोन लगाने या ज्यादा देर तक फोन पर बात करने से आप आसपास की आवाजों, आहटों को सुन नहीं पायेंगी। जिससे आप अपनी और बढ़ते हुए खतरे को भांप नहीं पायेंगीं और अपना बचाव नहीं कर पायेंगी। कई बार ऐसा भी हुआ है कि महिलाओं पर हमला सिर्फ इसलिए हुआ क्यूंकि वो हेडफोन्स कान में लगे होने की वजह से अपनी ओर बढ़ते आक्रमणकारी के कदम नहीं सुन पाई थीI किसी भी स्थिति के लिये पहले से तैयार रहें।
3. आने जाने वाले रास्तों का चुनाव समझदारी से करें। (Choose your routes wisely.)
- अपने रोजाना के आने जाने वाले रास्तों का चुनाव काफी समझदारी से करें। हमेशा भीड़ भरे और उजाले वाले रास्ते से जाएं। चाहे थोड़ी देर लग जाये लेकिन जल्दबाजी के चक्कर में सुनसान और अँधेरे वाला रास्ता ना चुनें।
- झाड़ियों, दरवाजों, किसी रास्ते के मुहाने, खड़े हुए वाहनों के झुंड के निकट से ना गुजरें। ज्यादातर मनचले या हमलावर ऐसी ही जगह छिपे रहते हैं और मौका देखते ही महिलाओं को अपना शिकार बना लेते हैं।
- अपने घर और ऑफिस के आसपास के वैकल्पिक रास्तों की पूरी जानकारी रखें। अपने रोजाना के शेडयूल, आने-जाने के रास्ते और समय को कभी कभी बदलती रहें। रोजाना एक ही समय या एक ही रास्ते से ना जाएँ। रोजाना निश्चित समय और एक ही रास्ते से जाने पर मनचले या हमलावर आपके रास्ते में पहले से घात लगाकर बैठ सकते हैं और आपको लूट सकते हैं, या आपके साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं या आप पर हमला कर सकते हैं।
4. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल समझदारी से करें। (Use public transport wisely.)
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल काफी समझदारी और ध्यान से करें। अगर आप अकेली हों तो कोशिश करें कि आँटो रिक्शा व टैक्सी की जगह बस, ट्रेन आदि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। बेशक इनमें थोड़ी भीडभाड होगी लेकिन आप काफी हद तक सुरक्षित होंगी। आजकल इस तरह की घटनाएँ काफी बढ़ रही हैं कि ऑटो ड्राईवर या टैक्सी ड्राईवर अकेली महिला को देख कर उनका अपहरण कर लेते हैं या किसी सुनसान जगह पर ले जाकर डरा धमकाकर उनका रेप कर देते हैं।
- ऐसी बस में ना चढ़ें, जिसमें सिर्फ ड्राइवर और कंडक्टर हों। 4-5 लोग हों तो भी बस में ना चढ़ें। कई बार ये लोग ड्राइवर-कंडक्टर के दोस्त या जानकार ही होते हैं और मौका देखकर अकेली महिला को अपना शिकार बना लेते हैं। दिल्ली वाला निर्भया रेप कांड ऐसी ही बस में हुआ था जिसमें कुल 6 लोग थे।
- यदि बस स्टॉप सुनसान हो तो किसी पास की दुकान या ऐसी जगह के पास के पास खडी होकर बस का इंतज़ार करें जहाँ पर लोगों आना जाना हो रहा हो।
- चाहे कितनी ही मजबूरी क्यों ना हो? कभी भी अनजान लोगों से लिफ्ट ना लें। या किसी ऐसे व्यक्ति की कार या गाड़ी में लिफ्ट ना लें जो आपका बहुत ज्यादा परिचित या विश्वसनीय ना हो जैसे- आपके कॉलेज में पढने वाले छात्र, आपके घर या आस पास रहने वाले लोग, या आपके किसी मित्र का मित्र। दिल्ली में ज्यादातर होने वाली लूट, रेप या अपहरण की घटनाओं में जानने वाले लोग शामिल थे।
5. जब आप लिफ्ट में किसी अजनबी के साथ अकेलीं हों। (When you are alone with a stranger in the elevator.)
- लिफ्ट में अकेली महिला के साथ छेड़छाड़ या लूट की सम्भावना काफी बढ़ जाती है। अगर आप भी कभी किसी ऐसी स्थिति में आ जाएँ जब आप किसी अजनबी के साथ लिफ्ट में अकेली हों तो आप जिस मंजिल पर जा रहीं हैं वहाँ तक के सभी बटनों को दबा दें। जैसे अगर आपको 10वीं मंजिल पर जाना है तो 10 तक सभी बटनों को दबा दें। ऐसा करने से लिफ्ट हर मंजिल पर रुक रुक कर चलेगी। ऐसी स्थिति में कोई भी पकड़े जाने के डर से आपके साथ छेड़छाड़ या आप पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा।
- उस व्यक्ति की हर गतिविधि पर नज़र रखें।
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6. जब आप अकेले या रात में टैक्सी या ऑटो में सफ़र कर रही हों। (When you are traveling alone or at night in taxi or auto.)
- अकेली महिला को देखकर ऑटो या टैक्सी ड्राईवर छेड़छाड़ करने लगते हैं। रोज ऑटो या टैक्सी ड्राइवरों द्वारा अकेली महिला को देखकर उनके साथ छेड़छाड़, अपहरण या रेप की वारदातें हो रही हैं। इसलिये अगर आप अकेली ऑटो या टैक्सी में सफ़र कर रही हैं या रात में सफ़र कर रहीं हैं ऑटो या टैक्सी का नंबर नोट करके तुरंत अपने परिजनों या किसी मित्र को बतायें और हो सके तो मेसेज कर दें।
- अपने किसी परिजन या मित्र को फ़ोन करके अपने बैठने के बारें में, ऑटो या टैक्सी के नंबर के बारे में, जिस रूट पर आप चल रहीं हैं उस रूट के बारें में, ड्राईवर के हुलिये के बारे में और आपको घर या जहाँ जाना हो वहाँ तक पहुँचने में लगने वाले संभावित समय के में बतायें। और उस भाषा में बतायें जो ड्राईवर जानता हो और इतनी आवाज में बतायें कि वह सुन ले।
- अगर आपका फ़ोन नहीं लग रहा है या किसी से बात नहीं हो पा रही है तो भी बात करके ऐसा दर्शायें कि आपने अपने और ड्राईवर के बारे में अपने घरवालों को सबकुछ बता दिया है। इससे ड्राईवर को ये डर रहेगा कि अगर वो कोई गलत हरकत करता है तो वह पकड़ा जा सकता है। ऐसी परिस्थिति में वह आपके साथ कोई गलत हरकत नहीं करेगा और सुरक्षित आपको आपके गंतव्य तक पहुँचायेगा।
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7. जब कोई आपका पीछा कर रहा हो। (when someone is following you.)
- यदि आप रात के समय अकेली जा रही हैं और कोई आपका पीछा कर रहा है तो बिना घबराये, बिना डरे किसी नजदीकी खुली हुई दुकान, रेस्टोरेंट, होटल या किसी घर में जाकर वहाँ अपनी परेशानी बतायें और अपने घरवालों को सूचित करें। यदि कोई खुली दुकान ना मिले और पास में ATM हो तो ATM room में घुस जाएँ। वहां पर CCTV कैमरा लगा होता है जिससे पहचाने जाने के डर से कोई आपके साथ छेड़छाड़ या आप पर हमला नहीं कर पायेगा। और फिर आप अपने घरवालों को फ़ोन करके अपनी स्थिति की जानकारी दे सकती हैं और मदद ले सकती हैं।
- यदि ऐसा करना संभव ना हो तो झटके से मुड़ें और पीछा करने वाले की आंखों में आंखें डालकर, बेख़ौफ़ और निडर होकर बेधड़क कहें कि “कौन हो तुम? क्यों पीछा कर रहे हो? मैंने तुम्हें पहचान लिया है, मेरा पीछा मत करो नहीं तो शोर मचा दूंगी या पुलिस की बुला लूँगी। कुछ बदतमीजी की तो सीधे जेल जाओगे। जानकार कहते हैं कि इससे पीछा करने वाले को यह संकेत जाएगा कि आप बेखौफ हैं और हमला करने पर पलटवार कर सकती हैं। इसी के साथ पीछे मुड़कर देखने से आप उस व्यक्ति को पहचान भी जाएंगी। तब आप हमलावर के लिए बिल्कुल सॉफ्ट टारगेट नहीं रहेंगी।
8. सुरक्षा की चीजें अपने पास रखें। (Keep safety items with you.)
- अपने पर्स में सौंदर्य की चीजों के अलावा सुरक्षा की चीजें भी रखें ताकि आप जरुरत के समय इनका इस्तेमाल कर सकें। जैसे – चिली स्प्रे, सुरक्षा अलार्म, नेल कटर, छोटा पेचकस, खाना खाने का काँटा आदि।
- जरुरत पड़ने पर डियोड्रेंट, परफ्यूम, पेन, बालों में लगाने वाली पिन, छाता और पर्स का इस्तेमाल भी अपने बचाव में किया जा सकता है।
9. घबरायी घबरायी सी नहीं, एकदम confident दिखें। (Don’t be nervous, look very confident.)
- ज्यादातर सेक्सुअल अटैक उन महिलाओं पर होते हैं, जिनकी बॉडी लैंग्वेज़ से कॉन्फिडेंस नहीं झलकता। अपराधी उन्हीं महिलाओं को शिकार बनाते हैं, जो आसान टारगेट होती हैं। ऐसे में जब भी सड़क पर चलें, सिपाही की तरह चलें, ना कि छुई-मुई ऐक्ट्रेस की तरह। नीचे जमीन में सिर झुकाकर चलने की बजाय सतर्क और जागरूक दिखते हुए सामने देखते हुए चलें। Confident दिखें।
- यदि कोई आपके साथ छेड़छाड़ करे या आप पर अश्लील कमेंट करे तो घबराएं नहीं, बल्कि पूरे आत्मविश्वास और निडरता के साथ उसे डांट-फटकार लगा दें। यदि आस-पास पुलिस है तो उनकी भी मदद ले सकती हैं।
10. शालीन और पूरे कपडे पहनें। (Wear decent and complete clothes.)
हालाँकि कोई भी अपनी तरह से जीने के लिए पूरी तरह से आजाद है। महिलायें भी अपनी पसंद के कपडे पहनने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। फिर भी महिलाओं को अपने कपड़ों पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। छोटे-छोटे कपडे या बदन दिखाऊ या ज्यादा भड़काऊ या पारदर्शी कपडे पहनना उचित नहीं है। अक्सर फैशन के नाम पर मिनी स्कर्ट, कम व खुले कपडे या पारदर्शी कपड़े पहन कर लडकियां खुद मुसीबत मोल लेती हैं।
11. पार्टी के दौरान सतर्क रहें। (Be alert during the party.)
- अगर कहीं अकेले या दोस्तों के साथ किसी पार्टी में जाना पड़ जाये तो वहाँ पर अनजान लोगों से दूर रहें। अनजान लोगों के साथ ज्यादा नजदीकी ना बढ़ाएं। अगर डांस करना पड़े तो डांस के दौरान लड़कों के ज्यादा करीब ना जाएं, चाहे वे आपके जानकार ही क्यों न हों।
- कोशिश करें कि पार्टी में शराब ना पियें। लेकिन अगर पीनी पड़ जाये या आप शराब की शौक़ीन हैं तो सॉफ्ट ड्रिंक या शराब कुछ भी लें बोतल अपने सामने ही खुलवाएं। ड्रिंक भी अपने सामने बनवाएं और ध्यान रखें कि उसमें कोई कुछ मिलाए नहीं। ड्रिंक खत्म करके ही उठें। अगर किसी मजबूरी में बाहर जाना ही पड़े तो दूसरा ड्रिंक बनवा लें, बची हुई ड्रिंक ना लें। बची हुई ड्रिंक में कुछ मिलाने का खतरा रहता है।
- इतनी शराब ना पियें कि होशोहवास खो बैठें। होशोहवास में रहें। पार्टी के बाद अगर रात में साथियों के साथ ही रुकना पड़े तो किसी से काम पड़ने पर ऑफिस के सहयोगियों को कमरे में बुलाने के बजाय बार या रेस्टोरेंट में बुलाएं।
- अपने ड्रिंक को हाथ में और हाथ को शरीर के नजदीक ही रखें। ना किसी दूसरे का ड्रिंक लें और ना ही किसी दूसरे के ड्रिंक को चखें। कोल्ड ड्रिंक हो या शराब, गटागट ना चढ़ाएं। पहले बहुत छोटा सा घूंट मारे, आपको उसका स्वाद जरा सा भी हटकर लगे तो उसे आगे हरगिज ना पिएं।
- यदि ड्रिंक पीते ही शरीर में गड़बड़ महसूस होती है, चक्कर आदि आता है तो समझ जाएं कि ड्रिंक में नशीली दवा मिली है। ऐसी स्थिति में तुरंत मदद मांगें। मोबाइल को हमेशा स्विच ऑन रखेें और सुरक्षा व परिजनों वाले नंबरों को स्पीड डायल वाली सुविधा पर रखें। अगर पार्टी के मेजबान पर यकीन है तो उसकी की मदद लें। ऐसी स्थिति में आपका संदेहास्पद मित्र या कोई और किसी कमरे में चलकर आराम करने या आपके घर छोड़ देने को कहे तो उसके साथ हरगिज ना जाएं। मदद मिलने तक लोगों के बीच ही रहें। कमरे में वो आपके साथ कोई गलत हरकत कर सकता है। बहुत से रेप ऐसी ही स्थिति में होते हैं।
- कोशिश करें कि घर जाते वक़्त आप होश में रहें। बहुत ज्यादा नशे की स्थिति में अकेले घर के लिए ना निकले और ना ही कहीं अकेले रहें। घर जाने के लिए किसी अनजान या अपरिचित या लड़कों के ग्रुप से लिफ्ट ना लें। ऐसी स्थिति में किसी विश्वसनीय मित्र या परिचित को बुला लें। पिछले साल ऐसी ही एक लड़की के साथ कैब ड्राईवर ने रेप किया था जो नशे में थी।
12. होटल में टिकने पर सावधानी बरतें। (Be careful while staying at the hotel.)
- अगर कभी अकेले कहीं पर होटल में रुकना पड़ जाये तो सावधानी बरतें। चाहे थोड़ा पैसा ज्यादा लग जाए पर कमरा ऐसे होटल में लें जो सुरक्षित स्थान पर हो और फैमिली होटल हो। हो सके तो पहले से होटल में रूम बुक करके जायें।
- जब आप कमरे के अंदर हों तो दरवाजे को अंदर से पूरी तरह बंद कर लें। यानी कोई उसे बाहर से ना खोल पाए।
- किसी भी अनजान व्यक्ति को कमरे में ना आने दें। यदि कोई व्यक्ति यह कहता है कि वह होटल में ही काम करता है तो काउंटर पर फोन करके तसल्ली कर लें।
- कमरे से बाहर निकलते वक्त अतिरिक्त चाबी को यूं ही लटकाकर ना जाएं बल्कि होटल कर्मचारी को देकर जाएं।
- होटल वालों को पता ना चलने दें कि आप अकेली सफर पर आई हैं। आप दो चाबी मांगें और उन्हें बताएं कि आपके पति या दोस्त भी आने वाले हैं और कभी भी पहुंच सकते हैं।
- होटल में नहाने से पहले या कपडे बदलने से पहले दरवाजों या शीशों और बाकी चीजों को ध्यान से देखें कि कहीं पर कोई कैमरा तो छिपा हुआ नहीं हैं। (इसे भी पढ़ें :- ट्रायल रूम, होटल, बाथरूम में छिपे हुए कैमरों का पता कैसे लगायें ?)
अलग अलग राज्यों में महिलाओं के लिए कुछ हेल्पलाइन नंबर्स
दिल्ली में- 1091
उत्तर प्रदेश में- 1090
उत्तराखंड में- 18001804111
पंजाब में- 181
हिमाचल प्रदेश में- 108
हरियाणा में- 1091
राजस्थान में- 1090
मध्य प्रदेश में- 1090
चंडीगढ़ में- 1091
बिहार में- पटना के लिए 9771468024 और बाकी के जिलों के लिए अंतिम दो नंबर 01 से 35 तक।
मुंबई और महाराष्ट्र में- 103
गुजरात में- 1091
बंगाल में- 1091 और 8017100100
गोवा में- 1091
तमिलनाडु में- 1091
आंध्र प्रदेश में- 1090
कर्नाटक में- 1091
केरल में- 1091
उड़ीसा में- 1091
जम्मू-कश्मीर- 1091
महिलाओं को अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद उठाना होगा और मानसिक रूप से जागरूक, निडर और confident होना होगा। ऊपर बताई गयी बातो का ध्यान रखकर आप अपने आप को हमले और छेड़छाड़ से बचा सकती हैं। किसी भी मुसीबत या विपरीत परिस्थिति में ऊपर दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर फोन करके मदद ले सकती हैं। आशा करता हूँ कि ऊपर बताई ये बाते आपके लिए काफी मददगार साबित होंगीं।
दोस्तों आपसे विनम्र निवेदन है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा माताओं और बहनों के पास पहुँचाने में मदद करें। क्या पता आपके किसी एक share से कोई महिला, माता या बहन इस आर्टिकल को पढ़कर जागरूक हो जाये और अपने साथ होने वाली किसी अनहोनी का शिकार होने से बच जाये।
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“दोस्तों, आपको ये आर्टिकल कैसा लगा , कृप्या कमेंट के माध्यम से मुझे बताएं ………धन्यवाद”
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bahut hi lajwab post hai
Today I Need it so i read it Thanx
Dhanyawwaad neeraj ji
ladkiya apni suraksha kin-kin tariko se kar sakti hai, apne bahut achi tareeke se apne article mein likha hai jisse jisse is samaj mein jaagrookta paida hogi.
aapka bahut bahut dhanyawad
Thankyou sir, aap ke suggestion bhot helpful he or women ki safety ke bare mai sochne ke liye bhi thankyou kash sabhi aap jese hote.
Thank you Surendra Ji
bahut hi badhiya jankari share ki hai pushpendra jo aapne..isse mahilao ko apni safety karne ki kaaphi badhiya jankari milegi jo unke musibat me kam aayegi…very good.
Thanks Babita ji
very nice post regarding woman safety. Thanks