जीवन में लक्ष्य का होना क्यों जरूरी है? 6 कारण।

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आपको अपने आस पास ऐसे बहुत से लोग मिल जायेंगे, जिनसे अगर आप पूछेंगे कि तुम अपनी जिंदगी में क्या करना चाहते हो? तो उनके पास कोई जवाब नही होगा। आप उनसे पूछो कि उनकी जिंदगी का मकसद क्या है, उनका लक्ष्य क्या है? तो वे कोई जवाब नही दे पाएँगे। क्योंकि उनके पास वास्तव में कोई लक्ष्य होता ही नही है। और एक कड़वी सच्चाई ये भी है कि लोगों को लक्ष्य बनाने के महत्व (Importance of goal setting in hindi) के बारे में पता ही नहीं  है।

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हो सकता है कि कुछ लोग बोलें कि “मैं ये करना चाहता हूँ, मैं वो करना चाहता हूँ, मैं ये बनना चाहता हूँ, मैं वो बनना चाहता हूँ” लेकिन उनमें से भी बहुत से लोगों के पास अपने लक्ष्य लिखित (written goals) में नहीं होते। और जिनके goals लिखित में नही होते हैं, उनके goals कभी achieve भी नही होते।

जीवन में लक्ष्य का महत्व ( Jeevan mein lakshya ka mahatva / Importance of goal in life )

बिना किसी लक्ष्य के आप अपनी जिंदगी में कुछ नही कर सकते हैं। बिना लक्ष्य के आप कभी सफल हो ही नही सकते हैं। आइये कुछ उदाहरणों से इसे समझतें हैं।

Goal Setting Example : 1

मान लीजिए कि आपको अपने किसी दोस्त को या परिवार के किसी सदस्य को कोई चिटठी (letter), शादी का कार्ड, कोई gift कोरियर या post द्वारा भेजना है। आपने अपने उस चिटठी, कार्ड या gift को pack किया और post करने के लिए गए। आपने लिफाफे पर पता (address) नही लिखा है। Post office वाला आपसे पूछता है कि इस पर पता नही लिखा हैं, ये कहाँ भेजना है?

आप उससे बोलते हैं कि मेरे दोस्त को या मेरे घर भेज दो। क्या वो बिना पते के लिफाफे को कहीं भेज पायेगा? नहीं।

उस लिफाफे को आपके दोस्त या आपके घर वालो के पास भेजने के लिए वहाँ का पता चाहिए। एक मंजिल (destination) चाहिए। बिना पते के, बिना मंजिल वो लिफाफा post  द्वारा जा ही नही सकता हैं।

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Goal Setting Example : 2

आपने Flipkart या Amazon पर कोई सामान order किया। लेकिन order करते समय delivery address  नहीं दिया तो क्या वो सामान आपको मिल पायेगा? नहीं। पहली बात तो वो बिना delivery address के order book ही नहीं होगा। अगर गलती से हो भी गया तो कभी आप तक पहुँचेगा ही नहीं। आप इंतजार ही करते रहेंगे। लेकिन बिना delivery address, बिना मंजिल के वो आपको कभी नहीं मिल पायेगा।

Goal Setting Example : 3

आपको कहीं पर जाना है और आप auto rickshaw से जाना चाहते हैं। आप घर से निकले, सड़क पर पहुंचे, ऑटो रुकवाया और auto में बैठकर driver से बोले। चलो!

क्या auto वाला चलेगा। बिलकुल नहीं।

वो पहले आपसे पूछेगा कि आपको कहाँ जाना है और जब तक आप उस जगह का नाम नहीं बताएँगे, तब तक auto  वाला चलेगा नहीं। और अगर आप जगह का नाम नही बताएँगे तो वो आपको पागल बोलकर auto से उतार देगा।

ऊपर दिए गए उदाहरणों से आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे कि कहीं पर जाने के लिए, कुछ भेजने के लिए, कुछ मंगाने के लिए, एक पते, एक मंजिल की जरूरत होती हैं। इसी तरह जिंदगी में कुछ करने के लिए, कुछ बनने के लिए, कुछ पाने के लिए भी एक मंजिल, एक लक्ष्य की जरूरत होती है।

बिना लक्ष्य के आप जी तो सकते हैं लेकिन कभी सफल नहीं हो सकते। जिंदगी में कुछ बड़ा करने के लिए, कुछ अलग करने के लिए, सफल होने के लिए आपको एक लक्ष्य बनाना ही पड़ेगा। Goal set  करना ही पड़ेगा।

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क्योंकि, अगर आप बिना goal  की जिंदगी जीते हैं या जी रहे हैं तो आप 10 साल बाद, 15 साल बाद भी ऐसी ही जिंदगी जियेंगे। आपकी जिंदगी में  कोई बदलाव नहीं पाएगा। कुछ नया नहीं होगा।

आज का ये आर्टिकल उन लोगों के लिए है जिनका जिंदगी में कोई लक्ष्य ही नहीं है या जिन्होंने अभी तक अपनी जिंदगी में goals set  ही नहीं किये हैं।

Steps to goal setting :-

लक्ष्य बनाना क्यों जरूरी है? (Goal setting kyu jaruri hai / Why goal setting is important?)

Harward Business School दुनिया में जाना माना और सबसे प्रतिष्ठित स्कूल हैं। बहुत से students का वहाँ पर पढ़ने का सपना होता हैं। सन 1979  में वहाँ पर एक study हुई। उस साल उस स्कूल से पास होने वाले छात्रों से एक सवाल पूछा गया।

क्या तुमने अपने लक्ष्य बना रखे हैं और उन्हें लिख रखा है?”

Have you set your goals & written them?”

 

उनमें से 3% छात्रों के पास लिखित में goals थे।

13% के पास goals थे लेकिन लिखित में नहीं थे।

और बाकि 84% छात्रों के पास कोई goals ही नही थे।

ठीक 10 साल बाद 1989 में उन सभी छात्रों पर दोबारा से study की गयी। आप शायद ये जानकर हैरान हो जायेंगे कि वे 3% लोग जिन्होंने अपने goals set  कर रखे थे, बाकि 97 % से 10 गुना (10 times) ज्यादा कमा रहे थे।

अगर आपने अपने लक्ष्य निर्धारित कर रखे हैं और उन्हें लिखकर रखा हुआ है तो ये आपके सफल होने के chance को 200 % तक बढा देता है।

तो आइये देखते हैं कि लक्ष्य बनाना क्यों जरूरी है? (Lakshya banana kyun jaruri hai) और उससे आप कैसे सफल होंगे?

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1. लक्ष्य आपके जीवन की दिशा निर्धारित करते हैं। (The Goals determine the direction of your life.)

 

why goal setting is important

 

जीवन के बारे में सबसे जरूरी जो चीज है, वो है अपने जीवन में एक लक्ष्य का होना। लक्ष्य आपकी जिंदगी की दशा और दिशा दोनों को निर्धारित करता है। बिना लक्ष्य के आप अपनी जिंदगी में ना तो कुछ बन सकते हैं और ना ही कुछ पा सकते हैं। बिना लक्ष्य के हम अपना समय और उर्जा दोनों को बर्बाद करते हैं।

एक लक्ष्य हमे अपनी जिंदगी में आगे बढने में मदद करता है। हमें सही दिशा देता हैं।

अगर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली या महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेटर बनने का सपना नही देखते, क्रिकेटर बनने का लक्ष्य नहीं बनाते, तो क्या ये इतने महान खिलाड़ी बन पाते?

अगर अरुणिमा सिन्हा एवरेस्ट पर चढने का लक्ष्य नहीं बनाती, तो क्या वो कभी एवरेस्ट को फतह कर पाती?

अगर किसी छात्र को IAS का exam पास करना है लेकिन उसे ये नहीं पता कि उसे क्या पढ़ना है और कितनी देर पढ़ना है तो क्या वो IAS का exam पास कर पायेगा? नहीं।

उसे IAS का exam पास करने के लिए किस subject की किताबें पढनी हैं और रोजाना कितनी देर पढ़ना है ये लक्ष्य तय करना पड़ेगा। तभी वो IAS exam को clear कर सकेगा।

लक्ष्य बनाने से आपको पता चल जायेगा कि आपको अपनी जिंदगी में क्या काम करना है और कैसे करना है?

जब हम कोई लक्ष्य बनाते हैं और उसे पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं। तो हम उस हर चीज को पा सकते हैं जो हम चाहते हैं। हम वो बन सकते हैं जो बनना चाहते हैं।

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2. लक्ष्य आपका Focus बढाते हैं। (The Goals make your focus.)

 

Why Goal Setting is Important in Life : Importance of goal setting

 

सोचिये, अगर आपको एक तीर कमान दे दिया जाये और बिना किसी लक्ष्य के तीर चलाने के लिए कहा जाये। तो आप क्या करेंगे?

या तो तीर चलाएंगे ही नहीं या फिर ऐसे ही हवा में चला देंगे।

लेकिन अगर आपको एक लक्ष्य दे दिया जाये और तब आपसे तीर चलाने के लिए कहा जाये। तब?

तब आप उस लक्ष्य पर focus करेंगे और निशाना साधते हुए तीर चलाएंगे।

अगर आपके पास एक लक्ष्य है तो आपको पता होता है कि आपको क्या करना है और कैसे करना है। इससे उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए आपका focus बढ़ जायेगा।

अगर हम magnifying glass को धूप में ऐसे ही रख दें तो कुछ नहीं होगा। लेकिन अगर उसी magnifying glass को धूप के सामने किसी चीज या लक्ष्य पर Focus करते हुए Set कर दें, तो कुछ समय बाद उस चीज में आग लग जायेगी।

अगर आप कोई लक्ष्य बना लेते हैं और उसे सच में पूरा करना चाहते हैं। तो आपका दिमाग खुद उस लक्ष्य पर focus होने लगता है। अपने लक्ष्य को पूरा करने के अलावा बाकी काम आपको फालतू और समय बर्बाद करने वाले लगने लगते हैं।

जैसे:- अगर किसी छात्र का लक्ष्य है कि उसे exam में 95% Marks लाने हैं तो उसे पढ़ने के अलावा सारे काम जैसे घूमना, फिरना, खेलना, TV देखना आदि time wasting लगने लगते हैं। लक्ष्य बनाते ही उसका दिमाग 95% marks लाने पर focus करने लगता है।

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3. लक्ष्य से आप अपनी Progress को माप सकते हैं। (With the goal you can measure your  progress.)

अगर आपने कोई लक्ष्य बना रखा है तो आप उसे पूरा करने के लिए कितना

काम कर हैं और कितनी मेहनत कर रहे हैं? पता लगा सकते हैं।

जैसे:- अगर किसी छात्र ने रोजाना 8 घंटे पढ़ने का लक्ष्य बनाया हुआ है। तो वो रोजाना पता लगा सकता है कि वो 8 घंटे पढ़ रहा है कि नहीं।

अगर वो रोजाना 8 घंटे पढ़ रहा है तो वो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा। अगर वो नहीं पढ़ रहा है तो उसे और मेहनत करनी पडेगी। और ज्यादा focus करना पड़ेगा।

इसलिए अगर आपने अपने लक्ष्य के अनुसार अगर किसी दिन कम काम किया तो आप अगले दिन ज्यादा काम करेंगे।

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4. टालमटोल की आदत खत्म हो जाती हैं।  (The habit of procrastination ends.)

जब आप कोई लक्ष्य बनाते हैं तो उसे पूरा करंने की जिम्मेदारी लेते हैं। और जब आप किसी काम को पूरा करने की जिम्मेदारी लेते हैं तो फिर आप उस काम को टाल नही सकते। आपको वो काम करना ही होगा। क्योंकि आप जानते हैं कि अगर आप वो काम नही करेंगे तो आप अपने goal को achieve नही कर पाएंगे।

जैसे:- अगर आपको दिल्ली से मुंबई जाना है और दिल्ली से सुबह 10 बजे की आपकी flight है। तो आपको हर हाल में 9 बजे से पहले airport पर पहुँचना ही होगा।  नहीं तो आपकी flight miss  हो जायेगी।

जब mind में एक clear goal होता है और हम उसे पूरा करने के लिए committed होते हैं तो हम उस goal को पूरा करने वाले काम को, मेहनत को हम टाल नही सकते। जब हमारे सामने एक clear goal  होता है तो हमारा दिमाग अपने आप उस पर focus हो जाता है। और हमारी काम को टालने की आदत धीरे धीरे खत्म होने लगती है।

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5. लक्ष्य आपको motivate करते हैं। (Goals motivate you.)

लक्ष्य आपकी energy को सही दिशा में focus करने में मदद करते हैं। जैसे जैसे आप अपने goal के करीब आते जायेंगे। आप खुद को motivate feel करेंगे। जैसे अगर कोई छात्र एक दिन में 6 घंटे पढ़ने का लक्ष्य बनाता है और रोजाना 6 घंटे पढता है तो उसके शरीर में एक अलग उर्जा का संचार होता है। और वो खुद को motivated feel करता है।

अगर आपको अपने office में कोई काम या task मिला है जिसे शाम तक पूरा करना है। और आप उस काम को deadline से पहले या समय पर खत्म कर लेते हैं तो आप बहुत खुश और उर्जा से भरपूर महसूस करेंगे।

जब आप अपने goal के किसी काम या task को तय समयसीमा (deadline) में खत्म करते हैं तो ये आपको उस goal को achieve करने में मदद करता है और आपको motivate करता है।

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6. लक्ष्य आपकी distractions को खत्म करते हैं। (Goals eliminate your distractions.)

कई research में ये सामने आया है कि जब हमारे सामने एक clear goal होता है तो हमारा दिमाग अपने आप ही बेकार बातों, फालतू कामों, time wasting जैसे distractions से दूर होने लगता हैं। ये सब अपने आप ही होता है।

जो छात्र देश के सबसे प्रतिष्ठित Exam, IAS की तैयारी करते हैं उनका एक मात्र लक्ष्य होता है। पढ़ना। और सिर्फ पढ़ना। ज्यादा से ज्यादा पढ़ना। पढाई के अलावा उन्हें कुछ दिखाई ही नही देता है। उनका खेलना, कूदना, बाहर घूमना फिरना, social media पर time waste करना, दोस्तों के साथ गपशप करना, यहाँ तक कि बिना काम, बिना वजह घर से बाहर निकलना, सबकुछ अपने आप ही बंद हो जाता है। वे पूरी तरह से अपने आप को पढ़ाई में झोंक देते हैं। उसके बाद ही वे देश के सबसे प्रतिष्ठित अफसर बनते हैं।

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दोस्तों, किसी लक्ष्य को अपने दिमाग में रखना, और उसे लिखकर अपनी आँखों के सामने रखना, दोनों में जमीन आसमान का फर्क हैं। दिमाग में रहने वाला लक्ष्य कभी न कभी धुंधला पड़ जाता हैं, दिमाग से निकल जाता है या परिस्थितियों के अनुसार बदलता रहता है।

लेकिन जब आप किसी लक्ष्य को लिखकर रोज अपनी आँखों के सामने लाते हैं तो वो कभी नही बदलता है।

रोजाना आँखों के सामने आने पर वो याद  दिलाएगा कि आपको आज क्या करना है और कितनी मेहनत करनी है?

वो आपको अपने सपनों को पूरा करने के लिए, कभी हार न मानने के लिए, मेहनत करने के लिए motivate करेगा।

लक्ष्य आपको जिंदगी में आगे बढने के लिए, सफल होने के लिए, जो आप पाना चाहते हैं वो पाने के लिए, जो आप बनना चाहते हैं वो बनने में आपकी मदद करता हैं। इसलिए जिंदगी में लक्ष्य का होना बहुत जरूरी हैं।

अच्छी तरह से सोच समझकर, अपनी qualifications, skills  को ध्यान में रखते हुए अपने सपनों के हिसाब से लक्ष्य बनाएँ। और उसे लिखकर ऐसी जगह रखें, जहाँ वो आपको रोजाना दिखे। फिर उस लक्ष्य को पूरा करने में जुट जाएँ। जो जानकारी आपके पास नही है उन्हें इकठ्ठा कीजिये। जो Skills आपके पास नहीं है उन्हें सीखिए। नए course कीजिये।

फिर आप देखेंगे कि आपकी जिंदगी पूरी तरह से बदल चुकी है। और अपनी जिंदगी को बदलने वाले आप खुद ही हैं।

तो आज ही अपनी जिंदगी के लिए एक लक्ष्य बनाईये और अपनी जिंदगी को बदल दीजिए।

 


 

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