दोस्तों,आज मैं आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहा हूँ जो ना जाने कितनी बार अपनी ज़िंदगी में फेल हुआ है, ना जाने उसे कितनी बार reject किया गया है, ना जाने कितनी मुश्किलों और निराशाओं का सामना किया है इस शख्स ने।
क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतने rejection और निराशाओं के बाद उस शख्स ने क्या किया होगा ?
आज वो शख्स एशिया का दूसरा तथा दुनिया का 18 वां सबसे धनी व्यक्ति है। उस शख्स का नाम है जैक मा।
चीन के रहने वाले जैक मा के पास ना तो कॉलेज की डिग्री है और ना ही वे बहुत ज्यादा हैंडसम हैं लेकिन उन्होंने ऐसा काम कर दिखाया है जो handsome और degree holder व्यक्ति भी नहीं कर सकता। जैक मा अलीबाबा ग्रुप के फाउंडर हैं। वे चीन के सबसे धनी व्यक्ति हैं तथा एशिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि एशिया में कुल 48 देश हैं। यानि कि 48 देशो में दूसरे सबसे धनी व्यक्ति। भारत के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अम्बानी इस लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं।
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जैक मा की सफलता की कहानी (Success story of Jack Ma / Jack Ma biography in hindi)
आज मैं आपको अलीबाबा कंपनी के मालिक जैक मा की प्रेरणादायक ज़िंदगी (Alibaba founder Jack Ma motivational story in hindi) के बारे में बता रहा हूँ।
आरंभिक जीवन
जैक मा का जन्म 15 अक्टूबर 1964 को चीन में हुआ था। 13 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंग्रेजी सीखनी शुरू कर दी। अंग्रेजी सीखने के लिए वे टूरिस्ट गाइड बन गए थे। वे टूरिस्टों से अंग्रेजी में ही बात किया करते थे। करीब नौ साल ये काम करने के बाद वे एक स्कूल में अंग्रेजी के अध्यापक बन गए।
जिंदगी में हुए कई बार फेल
जैक मा 5 वीं में 2 बार तथा 8 वीं में 3 बार फेल हुए थे। ग्रेजुएशन करने के लिए अमेरिका की Harward University ने उन्हें एडमिशन देने से करीब 10 बार मना किया था। लगभग 30 नौकरियों में उन्होंने apply किया था और सभी में reject कर दिए गए थे। एक बार उन्होंने K.F.C. में भी apply किया था तब कुल मिलकर 25 लोगों ने apply किया था उनमे से 24 लोग select हो गए और अकेले ये ही reject हुए थे।
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बिज़नेस की शुरुआत
इतनी बार फेल होने तथा रिजेक्ट होने के बाद भी इन्होने हिम्मत नहीं हारी, ये निराश नहीं हुए बल्कि सकारात्मक सोच के साथ एक ट्रांसलेशन कंपनी खोली। इसी दौरान ये अमेरिका गए। वहां पर इन्होने पहली बार इंटरनेट का नाम सुना और पहली बार जाना कि घर बैठे लोग भी इंटरनेट के द्वारा एक दूसरे से जुड़ सकते हैं। इसी सोच के साथ इन्होने चीन लौटकर चीन की पहली ऑनलाइन डायरेक्टरी “China Pages” लांच की। इसकी कामयाबी से जैक मा चीन में Mr. Internet के नाम से मशहूर हो गए।
अलीबाबा कंपनी की शुरुआत
चीन में इंटरनेट का ज्यादा प्रसार ना होने की वजह से मा को “China Pages”को बंद करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने 1998 में Shoping website alibaba.com की शुरुआत की। लेकिन शुरुआत में उनके सामने कई समस्याएं आयीं। तीन सालों तक उन्हें कोई मुनाफा नहीं हुआ। उनकी वेबसाइट की सबसे बड़ी समस्या थी कि Online Payment का कोई तरीका उनके पास नहीं था। और कोई भी बैंक उनके साथ काम करना नहीं चाहता था।
तब उन्होंने अपना खुद का Payment System बनाने का फैसला किया और इसका नाम रखा “AliPay” . AliPay से इंटरनेशनल ग्राहकों के बीच पैसे का आदान प्रदान बहुत आसान हो गया।
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दोस्तों, जब जैक मा ने अपना आईडिया लोगो को बताया था तब भी लोगों ने उन्हें मूर्ख कहा था और कहा था कि ये सबसे मूर्खतापूर्ण आईडिया है जो तुम सोच सकते हो। तब जैक ने कहा कि उन्हें इस बात कोई फर्क नहीं पड़ता अगर इस सुविधा से लोगो का काम आसान हो जाता है।
आज 800 मिलियन लोग AliPay का इस्तेमाल करते है। उनकी वेबसाइट Alibaba.com पर रोजाना 100 मिलियन Customers आते हैं। आज अलीबाबा ग्रुप में लगभग 34985 कर्मचारी काम करते हैं। तथा अलीबाबा की मार्किट वैल्यू 231 अरब डॉलर है तथा जैक मा की संपत्ति 24.1 अरब डॉलर (130800 करोड़ / 1300 अरब रूपए) है।
आज अलीबाबा E-Commerce कंपनी दुनिया में सबसे अधिक Online सामान बेचती है। इसकी क्षमता का अंदाजा आप इसी से लगा सकते है कि यह Amazon और E-bay से भी अधिक बड़ी कंपनी है।
उपलब्धियाँ
- 2004 में America Central Television द्वारा “Top 10 Business Leaders of the Year” चुने गए।
- 2005 में World Economic Forum ने “Young Global Leader” सम्मान से नवाजा। उसी वर्ष Forbes Magazine ने “25 Most Powerful Business People in Asia” में से एक चुना।
- 2008 में Barrons ने “One of the 30 World’s Best CEO” चुना।
- 2009 में Forbes Magazine ने “Top 10 Most Respected Entrepreneurs in China” चुना।
- 2014 में Forbes ने “30th Most Powerful Person in the World” में से एक चुना।
- जापान के Soft bank के Board Member हैं ।
तो दोस्तों, आपने देखा कि कैसे एक आदमी इतनी सारी मुश्किलों, समस्याओं, failures, rejections , निराशाओं से निकलकर अपनी सकारात्मक सोच, मेहनत तथा लगन से जमीन से उठकर आसमान की बुलंदी पर पहुँच गया और सारी दुनिया में छा गया।
जैक मा की पत्नी कहती हैं कि जैक हैंडसम नहीं हैं लेकिन मुझे उनसे इसलिए प्यार हो गया कि वे ऐसे कई काम कर सकते हैं जो हैंडसम पुरुष भी नहीं कर सकते।
तो दोस्तों, जैक मा से हमें ये प्रेरणा मिलती है कि हमें कभी भी निराश नहीं होना चाहिए , हमें कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए चाहे हम कितनी बार भी फेल हों, चाहे हम कितनी बार भी रिजेक्ट हों। हमें हमेशा मजबूत होकर, दृढ होकर सभी समस्याओं, मुश्किलों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य की और बढ़ना चाहिए, अपने सपने को साकार करना चाहिए।
अगर आपके अंदर दृढ विश्वास है, आपको अपने काम से लगाव है तथा अपने ऊपर भरोसा है तो कोई भी समस्या, कोई भी मुश्किल आपका रास्ता नहीं रोक सकती। आप सफल होंगे ही।
……Best of Luck
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yes yogi ji …..Jack ma is an inspiration to all.
off coarse sandeep ji…..
Thank you Deepa ji for visiting Gyan Versha and giving a valuable comment.
Very Nice Article thanks for sharing. Please visits Good Article about Yoga and Meditation blog
Thanks pradeep ji ……..aapne bilkul sahi kaha
very inspiring story. Koi bhi Rejections or failures se chhota nahi hota.
You are right Paras ji
Failure means SUCCESS!
Thanks Amul ji
Bahut hi prernadayak success story hai……ese hi likhte rahiye……thanks for share……
Thanks Arvind ji
where is a will, there is a way
Jack ma is inspiration for all Asian peoples.
nice post
Thank you Nikeeta ji
बेहद प्रेरणादायक कहानी ही कुमार जी और ऐसे ही हमे प्रेरणा देते रहिये
Thank you Siraj ji
pushpendraji
aapke blog par paheli baar aaya hu… achhikhabar.com ke madhayam se .
Very Nice Real Story !!!
Thank you !!
Thanks priyanka ji
NICE ARTICLE THANKS FOR SHARING
PRIYANKA PATHAK
http://dolafz.com/
Aapka bahut bahut dhanyawad Satendra ji.
pushpendra ji
aapke blog par pahli baar aaya hu achhikhabar ke madhyam se.achha likhte hai aap mujhe achha laga
dhanywaad……….
Sir i am waiting your new post.
आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आभार …………….बस ऐसे ही आप लोगों का प्यार और प्रोत्साहन मिलता रहे
Pushpender ji.
Apke likhne ka andaaz bahut pasand aaya mujhe. ek line padhne ke baad apka article apne aap apni taraf dhyan khinchne lagta hai. Keep it up this wonderful writing.
बहुत ही शानदार यात्रा रही है अलीबाबा कंपनी की ! जैक मा की हिम्मत और जज्बे से बहुत कुछ सीखा जा सकता है !!
बहुत बहुत धन्यवाद् आपका
प्रेरक प्रस्तुति हेतु आभार!