जीका वायरस क्या है, जीका वायरस के लक्षण और उपचार : Zika Virus in Hindi

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Zika Virus in Hindi : आज के इस आर्टिकल में हम आपको जीका वायरस क्या है? (Zika virus kya hai?), जीका वायरस के लक्षण (Symptoms of zika virus) और जीका वायरस के उपचार (Zika virus ka upchar) के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

जीका वायरस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी, लक्षण, खतरा और उपाय के बारे में जानकारी (What is Zika Virus in India / zika virus india/ zika virus history)

सबसे पहले जीका वायरस (zika virus infection) की पहचान 1947 के युगांडा के बंदरों में पाई गयी थी। जीका वायरस धीरे धीरे पूरी दुनिया इस वायरस के चपेट में आ रही है। पहले ये वायरस जानवरों में पाया जाता था और अब इंसानों में भी इसके लक्षण देखने को मिल रहें हैं। जीका वायरस कैसे फैलता है (zika virus is spread by/zika virus caused by which mosquito)?

आजकल केरल में कोरोना वायरस के बाद अब जीका वायरस (zika virus vector) काफी सुर्खियों में है। अबतक 19 लोगों के सैंपल एनआईवी पुणे भेजे गए थे जिसमें से 13 में जीका वायरस के लक्षण मिलने की बात कही गई है। यह जानना और समझना जरूरी है कि जीका वायरस क्या है, और यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है। जीका वायरस से बचाव कैसे हो सकता है, इसका रोकथाम कैसे करें।

जीका वायरस एक बहुत ही जानलेवा खतरनाक (is zika virus dangerous) वायरस है। मच्छर के काटने (zika virus mosquito/ zika virus spread by/zika virus spread by mosquitoes) यह वायरस (Zika Virus) फैलता है। आज पूरे विश्व में जीका वायरस के गंभीर मामले आ रहे हैं। यह वायरस 15 लाख से भी अधिक लोग को नुक्सान पंहुचा चूका है। अब जीका वायरस भारत में (zika virus in India) भी अपने पैर फैला रहा है।

जीका वायरस (zika virus is transmitted by)चिकनगुनिया और को डेंगू भी फ़ैलाने का काम करते है। तो आइये आज हम आपको जीका वायरस के बारे में अच्छे से पूरी जानकारी दे रहे हैं कि जीका वायरस कैसे फैलता है (how zika virus spread) ताकि आप लोग सुरक्षित रहे।

About Zika Virus

जीका वायरस बिमारी (zika virus disease) का असर गर्भवती महिलाओं (zika virus and pregnancy) के ऊपर सबसे अधिक होता है। जीका वायरस बहुत ही खतरनाक होता तरह का जानलेवा वायरस है। जीका वायरस गर्भवती महिलाओं (pregnant with zika virus/babies with zika virus) के माध्यम से शिशुओं को प्रभावित करता है। जिससे कारणों से शिशु का जन्म के बाद अच्छे से विकास नहीं हो पाता है।

इस वायरस से प्रभावित होने के बाद शिशु के मस्तिष्क का आकार छोटा ही रह जाता है। जिसके कारण से शिशु का दिमाग सही तरह से कार्य नहीं कर पाता।

जीका वायरस के मुख्य लक्षण क्या है ? (The zika virus symptoms in Hindi / what is zika virus symptoms/ zika virus ke lakshan)

जीका वायरस के सभी लक्षण (zika virus effects/zika virus is caused by) नीचे लिखे हुए हैं।

  • तेज बुखार का आना।
  • सभी जोड़ो में दर्द का होना।
  • शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना।
  • थकान का महसूस करना या जल्दी ही थक जाना।
  • खे लाल होना।
  • सिरदर्द का होना।

 

जीका वायरस का परीक्षण क्या है ? (Diagnoses of Zika Virus in Hindi/zika virus diagnosis)

जीका वायरस का मूल्यांकन करने के लिए पहले अधिकतर सभी डॉक्टर बीमारियों से सम्बंधित इसके इतिहास के बारे में पूछेंगे। यह जीका वायरस से कैसे प्रभावित कैसे हुए जैसे कि आपने कही कहा यात्रा करी है या आप कौन से देश में गये। यौन संबंध के बारे में पूछते हैं।

अगर डॉक्टर को आपके शरीर में जीका वायरस का कोई भी लक्षण नजर नहीं मिला है, तो फिर डॉक्टर आपकी डेंगू व चिकनगुनिया की जांच की करते हैं।

अगर कोई गर्भवती महिला किसी संक्रमित स्थान पर गई हो, तो ऐसे में जीका वायरस का खतरा ज्यादा बना रहता है। जिका वायरस के लक्षण लगभग 12 बाद नज़र आते हैं इसलिए चिकिस्तक दो से 12 से 14 दिन में इसकी जाँच कर सकते है।

जाँच करने के बाद भी अगर जीका वायरस के लक्षण नहीं मिल पा रहें हैं तो, चिकिस्तक कुछ और भी जाँच करते है। जिससे कि सही बीमारी का आसानी से पता लगाया जा सकता है। डॉक्टर्स गर्भवती महिलाओं के माइक्रोमेली, अल्ट्रासॉउन्ड द्वारा वायरस कि जाँच करते है और भ्रूण के मस्तिष्क की जांच करते हैं।

जीका वायरस का इलाज क्या है ? (The Treatment of Zika Virus in Hindi/ zika virus transmission)

अभी तक जीका वायरस का कोई सही उपचार उपलब्ध नहीं हुआ है। जीका का उपचार आमतौर पर इसके लक्षणों के विश्लेषण के बाद ही किया जाता है। इसका सही से उपचार करने लिए डॉक्टर आमतौर पर मरीज को अधिक से अधिक आराम करने और तरल पदार्थ अधिक पीने की सलाह देते है। ताकि शरीर को अधिक आराम इलने से और खान पान पे ज्यादा ध्यान देने से मरीज को जल्दी राहत मिल सके।

शरीर में होने वाले कष्टदायक दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर कुछ दवाएं देते हैं जिनसे दर्द में राहत मिल सके – जैसे एसीटामिनोफेन, आइब्रुफेन। एसीटामिनोफेन, आइब्रुफेन। को नियमित रूप से लेने पर मरीज के जोड़ो का दर्द व बुखार को कम किया जा सकता है। जीका वायरस कि अभी तक कोई भी वैक्सीन(zika virus vaccine) अभी तक नहीं आई है।

जीका वायरस से बचाव कैसे करें ? (Prevention of Zika Virus in Hindi/ zika virus prevention)

यह जीका वायरस एडीज मच्छर के काटने के कारण (zika virus caused by) ही फैलता है। इससे बचाव करने के लिए अनेक उपाय है (Treatment for zika virus) जिससे जिका वायरस से प्रभावित होने से बचा जा सकता है। क्युकी रोकथाम इलाज से बेहतर है। Prevention is better than cure.

विश्व संगठन के अनुसार जीका वायरस के संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए सबसे पहले स्वयं कि मच्छरो से रक्षा करना है। मच्छरो से बचने के लिए शरीर में अधिक कपडे यानि पूरे शरीर को ढकने वाले कपडे जैसे हल्के रंग के, ढीले, लंबे बाजू वाले टॉप और ट्राउजर पहनें और परफ्यूम का इस्तेमाल करें। । ताकि मच्छरो के काटने से बचाव हो सके। मच्छरो के प्रजनन को रोकने के लिए और मच्छरो कि संख्या बढ़ने से रोकना चाहिए।

इससे बचाव करने के लिए जीका वायरस से लोग प्रभावित इंसान के संपर्क में ना । अपने घर के आस-पास पानी का जमाव नहीं होने देना चाहिए। अपने आस पास अधिक से अधिक साफ सफाई रखनी चहिये ताकि हम इसके संक्रमण से बचाव कर सकें।

अगर आपको गले में खराश, बुखार व सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थो का सेवन करे और तुरंत अपने नज़दीकी चिकित्सक या डॉक्टर के पास जाएँ। डॉक्टर के पास जाने के बाद डॉक्टर को सारे लक्षणों को विस्तार से बतायें।

भारत में जीका वायरस का अभी तक कोई टिका उपलब्ध नहीं हुआ है। पर स्तिथि में सुधार करने लिए और जिका वायरस से बचने के लिए तुरंत चिकिस्तक से संपर्क करें।

 


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