रिश्तों में वफादार कैसे बनें? 8 टिप्स। (Rishton me wafadar kaise bane? 8 tips)

If you like this article, please share it with your friends

रिश्तों को मजबूत बनाने की और हमेशा के लिये बनाये रखने की पहली शर्त होती है, रिश्तों में वफादारी (loyalty)। बहुत से लोगो को ये ही नही पता होता कि रिश्तों में वफादार कैसे बनें (Rishton me wafadar kaise bane)? और तो और बहुत से लोगो को तो ये तक पता नहीं होता कि वफादार कैसे बनें (Wafadar kaise banen)? वफादारी क्या होती है (Wafadari kya hoti hai)? या वफादारी का मतलब क्या होता है (Wafadari ka matlab kya hota hai)?

इसे भी पढ़ें  : क्यों कुछ लोग अपनी जिंदगी में आगे नहीं बढ़ पाते- 8 कारण

दरअसल हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं, जहाँ पर लोग अपने स्वार्थ की वजह से, अपने मतलब के लिये या अपने फायदे के लिए रिश्ते बनाते हैंI बिना स्वार्थ, बिना मतलब, बिना फायदे के रिश्ते निभाने वाले लोग बहुत कम होते हैं।

रिश्ता चाहे कोई भी हो, उसमें भरोसा, ईमानदारी और वफादारी होनी चाहिये। तभी रिश्ता मजबूत बनता है और लम्बे समय तक चलता है।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं, वफादारी क्या है, वफादारी क्या होती है और रिश्तों में वफादारी क्यों जरुरी है? हम उम्मीद करते हैं कि ये आर्टिकल आपको पसंद आयेगा।

इसे भी पढ़ें  : खुद को Motivate कैसे रखें – खुद को Motivate बनाये रखने के 10 तरीके

इसे भी पढ़ें  : Rejection को Handle करने के 8 तरीके

वफादारी क्या है? (Wafadari kya hai)? वफादारी क्या होती है? (Wafadari kya hoti hai)?

वफादारी किसी इंसान की, किसी इंसान के लिये, किसी चीज़ के लिये, किसी विचार के लिये, उसकी निष्ठा, उसकी भावनायें या उसका भावनात्मक जुड़ाव है। वफादारी किसी भी चीज़ से, इंसान की इंसान से, इंसान की जानवर से, जानवर की इंसान से, अपने परिवार से, अपने दोस्त से, अपने काम से, किसी से भी हो सकती है।

जब लोग किसी व्यक्ति के प्रति या किसी चीज़ के प्रति वफादार होते हैं, तो उसके साथ भावनात्मक रूप से इतना जुड़ जाते हैं कि ना तो कभी उसका बुरा सोच सकते हैं, ना ही किसी तरह से दुःख पहुँचा सकते हैं, ना झूठ बोल सकते हैं। वफादार इंसान सामने वाले को ख़ुशी देता है, हर वक़्त मदद के लिए तैयार रहता है।

जैसे किसी भक्त की भगवान के प्रति भक्ति होती है। वैसे ही वफादारी होती है। वफादारी या तो होती है या फिर नहीं होती। वफादारी लोगो के विचारों से, उनके कार्यो से झलकती है। वफादार इंसान दूसरो का सम्मान करते हैं।

इसे भी पढ़ें  : निराशा से बाहर कैसे निकलें – निराशा से बाहर निकलने के लिए 10 Tips

रिश्तों में वफादारी क्यों जरूरी है? (Rishto me wafadari kyu jaruri hai?)

रिश्तों की डोर बहुत नाजुक होती है। छोटी छोटी बातों से, छोटी छोटी वजहों से रिश्ते टूट जाते हैं। जो रिश्ते छोटी छोटी बातों पे टूट जाते हैं, उनमें भरोसा नहीं होता है, भावनात्मक जुड़ाव की कमी होती है। रिश्तों की डोर को मजबूत करने के लिए सबसे जरूरी चीज़ है, रिश्तों के प्रति वफादार होना।

जब लोग एक दूसरे के प्रति वफादार होते हैं, तो उनके बीच में गहरा प्यार होता है, एक दूसरे पर भरोसा होता है, एक दूसरे के साथ भावनात्मक जुड़ाव होता है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एक दूसरे के साथ हैं या एक दूसरे से दूर। जब आप किसी के प्रति वफादार होते हैं, तो दिल की गहराई से उसके साथ जुड़े रहते हैं।

चाहे रिश्ता पति पत्नी का हो या प्रेमी प्रेमिका का, वफादारी हर रिश्ते के लिये जरुरी है। अगर आप अपने रिश्ते को मजबूत बनाना चाहते हैं, एक ऐसा रिश्ता बनाना चाहते हैं जो कभी ना टूटे, तो आपको एक दूसरे के प्रति वफादार बनना ही पड़ेगा।

वफादार कैसे बनें? (Wafadar kaise bane? / How to be loyal in hindi)

आज के इस आर्टिकल में हम आपको रिश्तों में वफादार बनने के 8 टिप्स बताने जा रहे हैं। आप चाहे शादी शुदा हो या single, अपने प्यार को मजबूत बनाने के लिये, अपने रिश्ते को अटूट बनाने के लिये ये टिप्स आपके जरुर काम आयेंगे।

इसे भी पढ़ें  : आत्मविश्वास कैसे बढायें – आत्मविश्वास बढ़ाने के 10 तरीके

1. ईमानदार रहें। (Be honest)

 

honesty in relationship

 

अपने रिश्ते में हमेशा ईमानदार रहें। अपने पार्टनर से झूठ ना बोलें और ना ही कोई बात छुपायें। आप जो अन्दर से हैं वैसे ही बाहर से भी दिखें। हर situation में transparent रहें। कभी कभी एक झूठ आपके रिश्ते को बिगाड़ सकता है, आपके रिश्ते को ख़त्म कर सकता है।

2. भरोसा ना तोडें। (Don’t break trust)

एक रिश्ते को मजबूत बनाने के लिये भरोसा सबसे पहली चीज़ है। इसलिए कभी भी अपने पार्टनर का भरोसा ना तोडें। उसके भरोसे पर, उसकी उम्मीदों पर हमेशा खरा उतरें। क्योंकि अगर एक बार भरोसा टूट जाता है तो फिर दोबारा नहीं जुड़ता और अगर जुड़ता भी है तो बड़ी मुश्किल से जुड़ता है। और अगर दोबारा भरोसा होता भी है तो पहले जैसा नहीं होता।

इसे भी पढ़ें  : 75 विचार जो आपके सोचने का नजरिया बदल देंगे

3. अपने पार्टनर पर भरोसा करें। (Trust your partner)

जिस तरह भरोसेमंद होना जरुरी है, उसी तरह अपने पार्टनर पर भरोसा करना करना भी जरुरी है। अगर आपके पार्टनर के लड़के और लड़की दोनों तरह के दोस्त हैं, और वो उनसे बात करती / करता है या साथ में खाना पीना, घूमना, पार्टी आदि करता / करती है तो शक ना करें।

बात बात पर शक करना झगड़े की वजह बनता है और बार बार झगड़ा होने से रिश्ता टूट कर बिखर जाता है। अगर आपको अपने पार्टनर के किसी काम से या किसी बात से कोई समस्या है तो बात करके उसे सुलझाने की कोशिश करें।

4. अपने पार्टनर के साथ सहानुभूति रखें? (Be empathic with your partner)

अगर आपका पार्टनर किसी बुरे दौर से या कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है तो उस पर दया ना दिखायें और ना ही उसके लिए बुरा महसूस करें। ऐसा करने से उसे और भी ज्यादा दुःख होगा। इसके बजाय उसके दुःख, दर्द या उदासी की वजह का पता लगायें और उसे दूर करने की कोशिश करें।

उसे महसूस करायें कि आप हर पल उसके साथ हैं। उसका दुःख, आपका दुःख है। उसका दर्द आपका दर्द है। उसकी समस्या, आपकी समस्या है।

इसे भी पढ़ें  : 10 बहाने जो आपको सफल होने से रोकते है

5. एक अच्छे श्रोता बनें। (Be a good listener)

 

honesty in relationship

 

किसी की बात को शांति और धैर्य से सुनना एक कला है। अपने पार्टनर की बात को ध्यान से ना सुनना और समझना ज्यादातर झगड़ों की वजह बनता है।

ज्यादातर लोग अपने पार्टनर की बातों को ध्यान से नहीं सुनते हैं और खुद ही बोलते रहते हैं या अपने पार्टनर की बातों का बिना सोचे ही जवाब दे देते हैं। जिसकी वजह से आपका पार्टनर आपसे आगे बात शेयर नहीं करता और मन ही मन में दुखी रहता है।

इसलिये अपने पार्टनर की हर बात को ध्यान से और धैर्य  के साथ सुनें। और कुछ भी बोलने से पहले सोचें और समझें और उससे  चर्चा करें। ऐसी बात बोले जो बुरी ना लगे।

इसे भी पढ़ें  : 10 अपेक्षायें जो हमें दूसरों से नहीं रखनी चाहियें

6. अपने पार्टनर को प्राथमिकता दें। (Make your partner a priority)

अपने पार्टनर को अपनी जिंदगी  में प्राथमिकता दें। उसे महसूस करायें कि वो आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है। और वो आपकी ज़िन्दगी में कितना मायने रखता है। उसकी बातों को, उसकी ज़रुरतो को प्राथमिकता दें। उसके साथ समय बितायें। भविष्य की योजना बनाने में उसे शामिल करें। उससे चर्चा करें, उससे राय लें।

किसी निर्णय पर पहुँचने से पहले उसके विचारों को भी सुनें। हाँ, ये भी सच है कि पार्टनर के अलावा भी घर में और भी लोग होते हैं, काम की चिंता रहती है। लेकिन अगर पार्टनर को प्राथमिकता देंगे तो आपका रिश्ता और मजबूत होता जायेगा।

7. धोखा ना दें। (Do not cheat)

 

do not cheat in relationship

 

जिंदगी के हर दिन, हर पल में पार्टनर से ही प्यार करें। किसी दूसरे के साथ प्यार का रिश्ता (Pyar ka rishta) रखना या रखने की कोशिश करना आपके रिश्ते को ख़त्म कर सकता है। परिस्थितियाँ चाहे जो भी हो, अपने पार्टनर के अलावा किसी दूसरे के साथ प्यार का रिश्ता रखना, अपने पार्टनर को धोखा देना है, उसके भरोसे को तोड़ना है।

ये किसी भी तरह से सही नहीं है। भले ही वो एकतरफा ही क्यों ना हो? और धोखा देना गलती नहीं होती, एक फैसला होता है। एक सोचा समझा फैसला। इसलिए गलती से भी अपने पार्टनर को धोखा ना दें।

इसे भी पढ़ें  : 10 कारण जो बतायेंगे कि आप वो नहीं कर रहे जो आप करना चाहते हैं

8. अपने पार्टनर का सम्मान करो और सराहना करो। (Respect & appreciate your partner)

अपने पार्टनर की बातों का, उसके विचारों का सम्मान करो। अगर वो कोई अच्छा काम करता है तो उसकी सराहना करो। अगर उसमें कोई कमी है तो उसका मजाक मत उड़ाओ। उस कमी को दूर करने में उसकी मदद करो।

दूसरे लोगो के सामने या अकेले में भी उसे ऐसी कोई बात ना बोलो, जिससे उसे दुःख पहुँचे। ना ही किसी के सामने उसका मजाक उड़ाओ। हाँ, दूसरों के सामने उसकी तारीफ़ ज़रूर करें। उसे special महसूस कराओ।

दोस्तों, अगर आप ऊपर दी गई tips को follow करते हैं, तो आपका रिश्ता मजबूत होता जायेगा और प्यार और भरोसा बढ़ता जायेगा। आपके पार्टनर की नज़र में आपके लिए pyar और सम्मान और बढ़ जायेगा। और आपका रिश्ता एक अटूट बंधन में बंध जायेगा।

 


Related Articles :

 





If you like this article, please share it with your friends

2 thoughts on “रिश्तों में वफादार कैसे बनें? 8 टिप्स। (Rishton me wafadar kaise bane? 8 tips)”

Leave a Comment