Tips To Overcome Loneliness : अकेलेपन से बाहर कैसे आयें – अकेलेपन को दूर करने के 16 तरीके

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Ways to overcome depression and loneliness : Hello Friends आज हम आपको Tips To Overcome Loneliness : अकेलेपन से बाहर कैसे आयें, how to survive depression and loneliness अकेलेपन को दूर करने के 16 तरीके बता रहे हैं जिनसे आपको बहुत सहायता मिलेगी। हम में से सभी लोग कभी ना कभी अकेलेपन (Loneliness) का अनुभव जरूर करते हैं। लेकिन अकेलेपन से बाहर कैसे आएं? (akelepan se bahar kaise aaye) या अकेलेपन को दूर करने के तरीके (akelepan ko door karne ke tareeke) सब को पता नहीं होते।


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हम में से सभी लोग कभी ना कभी अकेलेपन (Loneliness) का अनुभव जरूर करते हैं। लेकिन अकेलेपन से बाहर कैसे आएं? (How to overcome loneliness in hindi / akelepan se bahar kaise aaye) या अकेलेपन को दूर करने के तरीके (akelepan ko door karne ke tarike) सब को पता नहीं होते। कई बार तमाम रिश्ते नाते होते हुए भी और बहुत सारे दोस्त होते हुए भी हम अकेलापन महसूस करते हैं। कई बार लोग अलग अलग कारणों के चलते अकेलापन महसूस करते हैं।

कई बार परिस्थितिवश लोग अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं तो कई बार खुद जान बूझकर अपने आप को अकेला कर लेते हैं। हर इन्सान के अकेले होने के कारण अलग अलग हो सकते हैं।

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आज मैं आपको बता रहा हूँ अकेलेपन के बारे में, कि अकेलापन क्या है, क्यों होता है और इसे कैसे दूर किया जा सकता है।

अकेलापन क्या है? (What is Loneliness? / Akelapan kya hai?)

अकेलापन (Loneliness) एक ऐसी भावना है जिसमें लोग बहुत तीव्रता से खालीपन और एकांत का अनुभव करते हैं। अकेलेपन की तुलना अक्सर खाली, अवांछित और महत्वहीन महसूस करने से की जाती है। अकेले व्यक्ति को मजबूत पारस्परिक सम्बन्ध बनाने में कठिनाई होती है। दरअसल बहुत से लोगो के होते हुए भी आप अपने आप को तब अकेला महसूस करते हैं जब आपको दूसरे लोगो से सपोर्ट नहीं मिलता, जरूरत के समय सहारा नहीं मिलता।

तब लोगो के मन में अन्दर ही अन्दर युद्ध सा चल रहा होता है और वे अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं। अपने मन के अंदर के उस गुबार को बाहर निकलने के लिए जब कोई सुनने वाला नहीं मिलता, समझने वाला नहीं मिलता, तब लोग अकेलापन महसूस करते हैं।

यहाँ मैं आपको एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि अकेलापन और अकेला होना दो अलग अलग बातें हैं। अकेलेपन में आप लोगो के बीच में रहते हुए भी खुद को अकेला महसूस करते हैं। अकेलापन वह दौर होता है जब आपको अकेला रहना पसंद नहीं होता और आप नाखुश होते हैं। जबकि जब आप अपनी इच्छा से अकेले होते हैं तो इसका मतलब है कि आप एकांत चाहते हैं। और एकांत में आप अकेले होकर भी खुश रहते हैं।

उस स्थिति में आप अपने आपको सकारात्मक, ऊर्जावान और भावनात्मक रूप से तरोताजा महसूस करते हैं। और वो एकांत आपको अच्छा लगता है, आपको खुशी देता है।

अकेलापन क्यों होता है? (Akelapan kyu hota hai), अकेलेपन के क्या कारण हैं? (What are the reasons of Loneliness?)

हर इन्सान के अकेलेपन के कारण (Reasons of loneliness) अलग अलग हो सकते हैं | यहाँ मैं कुछ कारण बता रहा हूँ जिनकी वजह से हम अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं।

  1. घर परिवार में किसी से किसी बात पर विवाद होने पर।
  2. पढाई, लिखाई या किसी काम में असफलता मिलने पर।
  3. किसी बात का अहंकार होना या घमण्ड होना।
  4. किसी प्रियजन की मृत्यु होने पर।
  5. जीवनसाथी से तलाक होने पर।
  6. Business, व्यापार में घाटा होने पर।
  7. बेरोजगार होने पर।
  8. प्रेमी या प्रेमिका द्वारा धोखा देने पर।
  9. घर या आसपास के माहौल से प्रभावित होकर।
  10. कोई गलती या अपराध करने पर।
  11. किसी के द्वारा भावनात्मक रूप से परेशान होकर।
  12. पति पत्नी के आपसी झगड़े या विचार ना मिलने पर।
  13. बुढ़ापे में बच्चों द्वारा उपेक्षा होने पर।

अलग अलग लोगों के अलग अलग nature के कारण और भी बहुत से कारण हो सकते हैं अकेलेपन के।

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क्या नुकसान होता है अकेलेपन से? (What is the loss of loneliness?)

अकेलापन यदि अधिक समय तक टिक जाये तो आदमी स्वंय को असहाय महसूस करने लगता है। उसे लगता है कि दुनिया में कोई भी मेरे साथ नहीं है। फिर यह अकेलापन धीरे धीरे अवसाद यानी Depression में बदल जाता है।

अकेलापन ना सिर्फ मानसिक रूप से बीमार बनाता है बल्कि शारीरिक रूप से भी बीमार बनाता है। एक अध्ययन के अनुसार अकेलापन शारीर को उतना नुकसान पहुँचाता है जितना एक दिन में 15 सिगरेट पीने से शरीर को नुकसान होता है।

अकेलेपन से अवसाद (Depression), तनाव (Tension), व्याकुलता और आत्मविश्वास में कमी (Low Confidence) जैसी मानसिक बीमारियाँ होती है।

शिकागो यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिकों के अध्ययन के अनुसार जो लोग अकेलेपन का शिकार होते हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी होने लगती है, जिससे उनके शरीर में सूजन व जलन होने लगती है, घाव या संक्रमण जल्दी से ठीक नहीं होते है। लम्बे समय तक शरीर में सूजन रहने से ह्रदयवाहिनी के रोग और कैंसर हो सकता है।

बर्मिंघम यूनिवर्सिटी में किये एक अध्ययन के अनुसार जो लोग अकेलेपन का शिकार होते हैं वे लोग सामाजिक तौर पर सबसे मिलने जुलने वाले और सबके साथ रहने वाले लोगो से 50% तक कम जीते हैं।

अकेलेपन को कैसे दूर करें? (How to overcome loneliness? / Akelepan ko door kaise karen?)

अकेले होने का मतलब शारीरिक रूप से अकेले होना नहीं है, बल्कि लोगो के साथ जुड़ाव महसूस न करना है। यहाँ मैं आपको ऐसे 16 तरीके बता रहा हूँ जो आपको अकेलेपन से बाहर निकलने में मदद करेंगे।

1. अकेलेपन का कारण पता करें। (Find the reason of loneliness)

सबसे पहले आप अपने अकेलेपन का कारण पता कीजिये। वो ऐसी कौन सी बात है, कौन सी वजह है जिससे आप इतना परेशान हैं या जिसकी वजह से आप अपने आपको अकेला महसूस कर रहे हैं। फिर उस कारण को, उस वजह को दूर करने का प्रयास करें। वो वजह अगर किसी से बात करके, या मिलकर खत्म हो जाती है तो देर ना करें जल्दी से जल्दी उस वजह को दूर करने का प्रयास करें।

अगर आपको अपने अकेलेपन की वजह पता है और वो वजह आपके दायरे में है तो जल्द से जल्द उस वजह को खत्म करने के विकल्प तलाशिये और अगर वो वजह आपके दायरे से बाहर है तो उसे दिमाग से बाहर निकालकर जिन्दगी में आगे बढ़ने के नए विकल्पों पर ध्यान दें।

2. लोगों से मेल जोल बढ़ाएं। (Increase interaction with people)

जिन लोगों से बात करने में आपको खुशी मिलती है उनसे बात करें, उनसे मिलें। नए और अच्छे विचारों वाले लोगों से बात करें, मेल जोल बढ़ाएं। दोस्तों के साथ पार्टी करें, बाहर खाना खाने जाएँ। अपने दोस्तों के साथ समय बिताएं या परिवार के साथ कहीं घूमने जाएँ। शादी फंक्शन में जाना शुरू करें क्योंकि वहाँ नए नए अलग अलग लोगों से मिलेंगें तो अकेलेपन से थोड़ा बाहर आयेंगें। जैसे जैसे आपका सामाजिक मेल जोल बढ़ता जायेगा वैसे वैसे आपका अकेलापन दूर होता जायेगा और आप खुद को काफी हल्का, तरोताजा व खुश महसूस करेंगें।

3. पूरे दिन के काम की प्लानिंग करें। (Plan the whole day’s work)

अक्सर देखा गया है कि दिनभर के काम अस्त व्यस्त होने से या कोई important काम पूरा नहीं होने से लोग तनाव से घिर जाते हैं और वो काम के बोझ तले दब जाते हैं जिससे उनका मूड खराब हो जाता है। फिर वो उस काम को पूरा करने में ही लगे रहते हैं और अपने आप में ही व्यस्त रह जाते हैं। और office के लोगों के साथ उठना, बैठना, बातचीत करना बंद कर देतें हैं और घर पर आकर भी office के काम में ही लगे रहते हैं। जिससे वे एक तरह से लोगो से दूर से हो जाते हैं।

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इसलिए अपने daily के कार्यों की planning करें। आप पूरे दिन में क्या क्या करते हैं उसको प्लान करें, जैसे, घर के काम, ऑफिस के काम आदि। उसमे सबसे जरुरी काम सबसे पहले रखे। फिर उनको प्लानिंग के अनुसार पूरा करें। ऐसा करने से आप अपना काम समय से पूरा करेंगे और काम के बोझ तले नहीं दबेंगें। जिससे आपका तनाव कम होगा और आप ऑफिस तथा घर पर खुशी से लोगो से मिल सकेंगें।

4. पढ़ने की आदत डालें। (Make a habit of reading)

रोजाना कुछ ना कुछ नया पढ़ने की आदत डालें। अपनी पसंदीदा किताबें, पत्रिकायें पढ़ें, News paper पढ़ें, या इन्टरनेट पर कुछ प्रेरणादायक चीजें search करें। Motivational blogs, websites पर लिखे आर्टिकल पढ़ें।  पढने से रोजाना देश दुनिया के हाल चाल से रूबरू होंगे और नयी नयी बातें पता चलेंगी। जिससे दिमाग अकेलेपन से हटकर नयी जगह लगेगा और आप और ज्यादा नयी नयी चीजे पढ़ने की कोशिश करेंगे।

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5. नई भाषा या कोई नया काम सीखें। (Learn a new language or something new)

कोई नई विदेशी भाषा सीखना शुरु करें। ये आपको रोचक भी लगेगा और मजेदार भी लगेगा। या अपनी पसन्द या अपनी पढाई से संबंधित कोई नया काम या नया कोर्स सीखना करना शुरू कर दें। इससे आपके समय का सदुपयोग होगा, आपके ज्ञान का विस्तार होगा और नई तथा मजेदार चीज़ों से आपका मन भी खुश रहेगा और आप अकेलेपन से भी बच सकेंगे।

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6. Social activities में शामिल हों। (Join Social activities)

अपने आस पास होने वाली किसी सामाजिक कार्य में शामिल हों। किसी सामाजिक संस्था को join करें। लोगों को approach करें। किसी के पहल करने का इन्तजार न करे खुद पहल करें। किसी गरीब की मदद कर दें, किसी भूखे को खाना खिला दें, किसी बुजुर्ग को सड़क पार करा दें। ये काम कर के देखें, दिल को अच्छा लगेगा आपको लोगों की दुआयें मिलेंगी और आपकी सामाजिक कार्यो में रूचि बढ़ेगी। और आप लोगों से जुड़ाव महसूस करेगें।

7. Online Community join करें।

Social sites पर active रहें। Facebook join करें और अच्छे, motivational, interesting, entertaining तथा social ग्रुप join करें। Twitter पर celebrities, Leaders को follow करें। online discussion forum join करें। social sites पर आप नई नई तथा अच्छी, motivational, interesting, entertaining बाते पढ़ेगें, देखेंगे जो आपके अकेलेपन को भगाने में मदद करेगा।

Online discussion forum में सवाल पूछें, लोगों के सवालों के जवाब देने की कोशिश करें और discussion में भाग लें। ये चीजें काफी हद तक आपके अकेलेपन को दूर करनें में मदद करेंगी।

और हाँ social sites के ज्यादा addict ना हों नहीं तो आप एक अकेलेपन से निकलकर दूसरे अकेलेपन में चले जायेंगें। 

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8. व्यायाम करें, योग करें। (Do exercises, Yoga)

रोजाना सुबह शाम या जब सम्भव हो कुछ देर exercise जरुर करें या योगा करें, या दौड़ने चले जायें या कम से कम सैर करने तो जरुर जाये। सुबह का शांत वातावरण और शुद्ध तथा ताजी हवा दिलों दिमाग को तरोताजा कर देती है जिससे पूरा दिन energy तथा स्फूर्ति मिलती है।

9. अपनी पसन्द का खेल खेलें। (Play your favourite game)

जब ज्यादा अकेलापन महसूस हो तो अपनी पसंद का कोई खेल खेलें जैसे, क्रिकेट, hockey, football आदि। या आप अपनी पसंद का कोई game मोबाइल या कंप्यूटर पर भी खेल सकते हैं। इससे आपका दिमाग अकेलेपन से हटकर खेल पर आ जायेगा और आप खुद को काफी relax और तरोताजा महसूस करेंगें।

10. फोटोग्राफी करें। (Do photography)

अगर आपको photography का शौक है तो नई नई चीजों की photography कीजिए। आप अपने मोबाइल या कैमरे से फोटोग्राफी कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने फोटो खींच सकते हैं, Nature, animals या किसी एतिहासिक जगह के फोटो खीँच सकते हैं। फिर उन फोटो को social sites पर पोस्ट करके अपने दोस्तों के ढेरो Likes या मजेदार Comments का मजा लीजिए। यकीन मानिये ये आपके दिमाग को तुरन्त अकेलेपन की ओर से हटा देता है।

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11. नयी नयी जगहों पर घूमने जायें। (Go to new places)

अगर आप अपने आप को बहुत ज्यादा अकेला महसूस कर रहे है तो किसी पर्यटन स्थल पर घूमने चले जायें। आप किसी एतिहासिक जगह, किला, मन्दिर, समुन्द्र के किनारे या पहाड़ों पर घूमने जा सकते हैं। कहते है कि हवा पानी बदलने से mood बदल जाता है, तरोताजा हो जाता है।

12. म्यूजिक सुने, डांस करें। (Listen music and dance)

अपनी पसंद का music सुनने या डांस करने से भी अकेलेपन से बचा जा सकता है। अपनी पसंद का music बजाकर उस पर दिल खोल कर डांस करे चाहे आपको डांस आता हो या नही आता हो। सब कुछ भूलकर बस मस्ती में झूम जायें। ये आपके mood को fresh कर देगा।

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13. पॉजिटिव सोचें। (Think positive)

हमेशा हर चीज के बारे में positive सोचें। और ये सोचें कि सब अच्छा होगा। Negative सोचने से आप और ज्यादा Tension में आ जायेंगें। 

14. अहंकार को भूल जायें। (Forget Ego)

अक्सर लोग अपने अहंकार के कारण भी अपने आपको अकेला कर लेते है। जो लोग अपने घमण्ड में चूर रहते है उनसे कोई बात पसन्द नहीं करता। इसलिए अपने अहंकार, घमण्ड, Ego को भूल जायें और लोगो से नम्र व्यवहार रखें, ख़ुशी के साथ मिलें। फिर देखो आपके दोस्तों की लिस्ट अपने आप बढ़ने लग जाएगी और लोग आपको पसंद करने लगेंगे। जो आपके लिए अच्छा होगा और आप निश्चित ही अकेलेपन से बाहर निकल जायेंगे।

15. कुछ नया करने की कोशिश करे। (Try something new)

जब भी समय मिले कुछ नया करने की कोशिश करें। जैसे – कुकिंग करें, डायरी लिखे, blog लिखे, घर के काम करें, बागवानी करें आदि | कुछ नया करने से दिमाग एक जगह से हटकर दूसरी जगह लगेगा और आप अकेलेपन से बच सकेंगे।

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16. नशे, ड्रग्स से दूर रहें। (Stay away from drugs addiction)

कभी कभी इंसान अपने आपको बहुत ही ज़्यादा अकेला महसूस करता है। उसे ऐसा लगता है कि दुनियां में कोई उसके साथ नहीं है। उसके दिन का चैन और रातों की नींद उड़ जाती है। और फिर अपने अकेलेपन से बचने के लिए लोग शराब, ड्रग्स आदि का नशा करने लग जाते हैं। ध्यान रखें, किसी भी प्रकार के नशे से आप अपने अकेलेपन को दूर नहीं कर सकते बल्कि नशा तो आपके अकेलेपन और ज्यादा बढ़ा देता है।

नशा ना केवल आपके शरीर को नुकसान पहुँचाता है बल्कि आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को भी कम कर देता है। इसलिए नशे से हमेशा दूर रहें और अपने अकेलेपन के कारणों का पता लगाकर उनको दूर करें।

दोस्तो, यहाँ मैने अकेलेपन को दूर करने के कुछ उपाय बताये है। ये जरुरी नहीं कि प्रत्येक इंसान के लिए ये सभी उपाय useful होंगे। हर इंसान की सोच, उसका nature, उसकी परिस्थिति अलग – अलग होती हैं। लेकिन ऊपर बताये 16 उपायों में से कुछ उपाय तो हर इंसान के लिए useful जरुर ही होंगे।

गर मैं अपनी बात करूँ तो जब मैं बहुत ज्यादा अकेलापन महसूस करता हूँ तो मैं internet पर जोक्स पढता हूँ, motivational blogs पढता हूँ, Facebook, Twitter पर लोगों के विचार पढता हूँ, Internet पर नयी नयी चीजें search करता हूँ, लोगों से फ़ोन पर बात कर लेता हूँ या फिर कुछ लिखने बैठ जाता हूँ। इनमे से जोक्स पढ़ना मुझे सबसे जल्दी तरोताजा करता है और मेरा mind divert हो जाता है।

तो दोस्तो अकेलापन अगर हद से ज्यादा बढ़ जाये तो मौत का कारण बन सकता है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि आप इससे निजात नही पा सकते हैं। थोड़ी सी सूझबूझ तथा सकारात्मक सोच के साथ यदि आप इस बारे में सोचेंगें तो इसका समाधान जरुर मिल जायेगा। इसलिए फिजूल की सोच या कार्यो में अपना समय बर्बाद ना करे और अपनी जिन्दगी की महत्वता को समझें।

ऊपर दिये गये उपायों का पालन करे और जल्द से जल्द अकेलेपन से बाहर आयें और अपने सपनों को पूरा करें, आकाश की बुलंदियों को छुएँ और अपनी जिन्दगी के एक एक पल को भरपूर जियें।

 

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45 thoughts on “Tips To Overcome Loneliness : अकेलेपन से बाहर कैसे आयें – अकेलेपन को दूर करने के 16 तरीके”

  1. I don’t know why u feel loneliness. but one think I know u born alone and u go alone. u r only you who can enjoy ur company.. most of the time be forget ourself finding ourself within someone else….animal is better than human being.. if you open your mouth they are ready to hunt you. this is the nature of human being.its difficult to find a good person in your life. if you find him or her don’t let it go…loneliness is only in your mind once you stop thinking . you will be happy… there are plenty of star ⭐ in the sky but everyone dim by their own light . star know they never be bright like sun. but still do.. so dear all i am giving this coment. no one is happy in this universe. think positive do positive.. move from loneliness. life is beautiful. try to find happiness and stay there

  2. mai bachpan se hi kafi silent rha hu mujhe logo ke sath milna julna kuch khas psnd nhi tha ya ye kah skte h mai anti-social hu aur meri koi Gf bhi nhi hai so …is karan se mai kaafi akelapan mahsoos krta hu …..mai kya kru smjh me nhi aata …

  3. Mai bhut akela fill krta hu koi mujhe smjhne wala nhi h family ke log v nhi akela rhta hu Patna me Raat ko nind nahi aati hai kisi se apna baat shear v nhi kar skta hu bhut roota hu kabhi kabhi lgta hai khud ko khatam kar du.kitna v study krta hu job v nhi lgta hai

  4. Mai 6, saal se depression me hu m ak silent nature ki ldki hu jo apne pan ki aur pyr ki jrurth hai mujhe isliye maine bf bnaya ki m usko saari bate share kru but Aisa kuch n hua fir family ne bhi alag kr diya meri mummy bhot strike hai isliye unse m friendly share he n kr pati aur ishike wajhse m bachapan se unse nafart krte ari family Aisa lgta h ki mera koi n jo mujhe samjhe mujhe apna pan de mujhe pyar kre bhot depression m hu roj roti hu m kya kru

  5. bahut badhiya tips hai.. i liked the 8th point… YOGA.. ye sach me bahut helpful hai.. 10th point bhi kaafi achha hai… nice article

  6. hi khushbu.
    same mera bhi he.
    me jis ladki se love karta hu wo mere propuse karne per koi jawab nai dati.
    what i do for. help me.

  7. Sir me ek boy se pyar karti thi but uski gf thi pahle se o mujhe love ni karta hy to me es bat ko buhut paresan thi me kese khud ko sajhau mujhe samjh ni aa raha hy actually I fall in love.

  8. Priya ji..main apko nhi janta par aapki taklif bahut ache se samjh sakta hu kyonki main bhi es chiz se guzar raha hu… khud ko hara hua mehsus karta hu lagta hai jaise main aakhir Kyu hu mere hone ya na hone se bhi Kya Fark padega..kisi ko ratti bhar bhi Meri zarurat hoto khud ko khishnasib samjhunga…

  9. Priya ji..aap jis situation see face off ho rhe ho us situation se m Roz guzar rha hu..m bhi aap hi ke jaise sabke hote hue khud ko akela mehsus karta hu..pushpendra ji aap bahut motivated Hain..hum bhi rehna chahte Hain par es keemat par nhi ki khud ko Roz akela rehne ki saza diye jaayein..

  10. मुझे यह पढ़कर बहुत खुशी मिली यह एक तरह का आईना है जो अपनी जिंदगी में अगर कोई तरह का misunderstanding Ho तो उसे कैसे दूर करें इसमें ऐसा दर्शाया गया है उदाहरण के तौर पर अगर हम कोई काम करें और अगर वह काम सिस्टमेटिक ना हो तो लाख कोशिश के बावजूद उसका एंडिंग सही नहीं आता है अगर हम काम सिस्टेमेटिक करेंगे तो कम मेहनत में अच्छा रिजल्ट मिलेगा धन्यवाद

  11. Priya me b sbhi ke hotel hue b akelapan feel krti hu. Kisi see apni feelings share nhi kr pati.. I also need a unknown best friend.. will u b my friend

  12. Pingback: अब Gyan Versha Dot Com Forum पर पायें अपने सभी सवालों के जवाब | Gyan Versha
  13. Wow…… thank you so much…

    pushpendra sir….
    aapka blog bhut Accha h aur… isme bhut hi motivational thoughts…. btaye jate h……

    aapne ye bhut hi accha kaam kiya h SIR……..

    I m very happy to read your Articles….

    aur ab se m roz is Article ko padhunga…. SIR…….

  14. Priya ji…jindgi men koi na koi aisa jarur hota hai …jisse aap baat kar saken…ghar me hi koi na koi mil jayega ….jaise mummy..papa…bhai…behan…aadi….or agar nahin hai to talash karo…or agar fir bhi aisa koi na mile jisse aap apne dil ki baat kar sako ya karna chaho….to duniya me ek insan aisa jarur hai jisse aap apne dil ki baat keh sakti hai …or wo hain aap khud…. khud se kahen ki main apne aap ko kabhi akela nahi rehne dungi…koi ho na ho…main hamesha khud ko har haal me khush rakhungi

  15. Pr agar apka koi dost n Ho jiske sath ap bat kr sko n hi koi aur ho…..koi aisa n ho jisse bat krne ka man Ho ya khushi mile mujhe apne pas aisa koi najar nhi ata… I’m very alone ………no one cares about me

  16. accha blog hai dosto par in sab baato ki ek baat ki apna mind positive rakhe aur ek goal banakar chale life bahut easy hogi try it atleast one time…………

    sahi baat lage to thank you agar bakwas lage to sorry

  17. Pingback: लोगों की जिंदगी में बदलाव लाता GyanVersha – एक ब्लॉगर को इससे ज्यादा और क्या चाहिए? | Gyan Versha
  18. Pingback: प्यार में धोखा, इंसान को बहुत कुछ सिखा जाता है | Gyan Versha
  19. Really really very important articles for the youngster
    aajkal bheed bad rahi but insan akela hota ja rah hai

    or akelapan ki aadat bahut muskil se jati hai
    Thank you Pushpendra sir for this nice article

  20. Aapka lekh wastwik ewam sachchai se …
    Jiwan k har ek pahlu ko dekh kar banaya gaya aisa anmol rattan hai jo ki sabhi k liye upyogi hai….

  21. Kya aap mujhe bata sakte hai ki me kese akelepan se bahar aa sakti hu. Meri kabhi aadat nahi thi kisi se apni koi bat share kar saku aj bhi nahi kar pati hu. Me frustrated ho gayi hu. Logo se bat karne me milne me dar lagta hai. Kisi ki chhoti si bat buri lag jati hai. Bht gussa aata hai khud pe. Aisa lgta hai koi mujhe pyar nhi karta. Mere present rahne par logo ko taklif hoti hogi. Kuch bhi karne se phle ya kahne se kai bar sochti hu.

  22. आपकी post बहुत अच्छी है।
    पर क्या आप मुझे ये बता सकते है क़ि जब मै अपनी बात किसी से share नही कर पा रही हु। तो मैं केसे इससे बाहर आ सकती हु

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