How to Learn Fluent English Speaking : फर्राटेदार इंग्लिश बोलना कैसे सीखें?

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अंग्रेजी बोलना कैसे सीखें? इंग्लिश बोलना कैसे सीखें? (english bolna kaise sikhe), अपनी अंग्रेजी को बेहतर कैसे बनाएं? (apni english ko behtar kaise banaye) यह एक ऐसा सवाल है जो इंटरनेट पर बहुत search किया जाता है। इंग्लिश पढ़ना और लिखना (english reading & writing) तो सबको आ जाता है लेकिन इंग्लिश बोलना और फर्राटेदार इंग्लिश बोलना (fluent english speaking) हर किसी को नहीं आ पाता है और इसकी वजह से कभी कभी शर्मिंदा भी होना पड़ता है।

अगर कोई शख्स fluent english बोलता है तो उसका एक अलग ही impression पड़ता है और उसकी एक अलग ही respect होती है। English आज के समय में personality का एक standard बन चुकी है। जैसे:- अगर कोई engineering करने के बाद भी english ना बोल पाए तो उसको लोग बोल ही देते हैं कि कैसी engineering की है जो english तक नहीं बोल पाते हो? वहीं अगर कोई art side का student fluent english बोलने लगे तो उसका अलग ही प्रभाव पड़ता है।

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Fluent english बोलना और सीखना क्यों जरूरी है?

हम भारत देश में पैदा हुए हैं और हिन्दी हमारी मातृभाषा है। भारत के ज्यादातर हिस्से में हिन्दी बोली और समझी जाती है। फिर भी हिन्दी को उतना महत्त्व नहीं दिया जाता जितना english को दिया जाता है। असल में english आज एक global language  बन चुकी है। जो लगभग हर देश में बोली और समझी जाती है।

आज देश के हर कोने में english बोले जाने लगी है। हर बड़ी और MNC कम्पनी में job पाने के लिए english जरूरी हो गई है। आइए देखते हैं कि आज के समय में english सीखना इतना जरूरी क्यों हो गया है?

 

1. इंटरव्यू के लिए। (For Interview)

चाहे आप fresher हों या experienced, चाहे आपका college campus selection हो रहा हो या आपने किसी कम्पनी में खुद job के लिए apply किया हो। लगभग हर छोटी बड़ी कम्पनी में interview english में ही होता है। और जिस कम्पनी में interview english में नहीं भी हो रहा हो, वहाँ भी ये कोशिश होती है कि selected candidate को english बोलना, पढ़ना, लिखना और समझना अच्छे से आता हो।

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English communication interview के लिए compulsory हो गया है। इससे interviewer को candidate की communication skills का पता चल जाता है। English बोलने से ही candidate का confidence level  भी पता चलता है। और communication skills और confidence के आधार पर ही इंटरव्यू में selection होता है। इसलिए interview के लिए english सीखना बहुत जरुरी हो गया है।

 

2. नौकरी के लिए। (For Job)

अक्सर सभी बड़ी कम्पनियों, MNC companies में job के लिए english almost compulsory है। आपको mail करना हो, किसी client से बात करनी हो, या कोई presentation देना हो, हर जगह english जरूरी हो गयी। Foreign कम्पनी की जॉब तो बिना english speaking quality के आप ले ही नहीं सकते। किसी भी कम्पनी का customer care हो या call centre हो या BPO की job, हर जगह english speaking या यूं कहें कि fluent english speaking जरूरी हो गया है।

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3. व्यक्तित्व विकास  के लिए। (For Personality Development)

आप चाहे engineer हों, या doctor, चाहे administrative officer हों या कोई और professional, आपको अपने profession में हर तरह के लोगों से बात करनी होती है। अगर आप engineer हैं और किसी से english में बात ना कर पायें तो बाद में बहुत शर्मिंदगी महसूस होती है। वैसे तो सिर्फ english ही आपकी personality का standard  नहीं है, लेकिन अगर आप fluent english बोलते हैं, तो आपकी personality में चार चाँद लग जाते हैं।

आप अच्छी english बोलते हैं तो ये आपके confidence level को बढ़ा देता है। कभी-कभी ऐसा होता है कि आप दूसरे राज्य में job के लिए जाते हैं, जहां हिन्दी नहीं बोली जाती है और आपको वहां की local language नहीं आती है, तब वहाँ के लोगों से बात करने में बहुत मुश्किल आती है।

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या आप कहीं सफर कर रहे हैं या कहीं घूमने गए हैं और वहाँ कोई foreigner या कोई और आपसे english में बात करना चाह रहा हो और आपको english बोलनी ही नहीं आती है तो वहाँ पर बड़ी विचित्र सी स्थिति हो जाती है। आपको english नहीं आती और उसको हिन्दी नहीं आती, तो बात तो होती ही नहीं है साथ में शर्मिंदगी और महसूस होती है।

मैं यह तो नहीं कहूंगा कि हिन्दी एकदम बेकार भाषा है और आज से ही हिन्दी में पढ़ना, लिखना और बोलना छोड़ दो। हिन्दी हमारी मातृभाषा है तो इसको तो कभी नहीं छोड़ना चाहिए। लेकिन इसके साथ आपको english जरूर सीखनी चाहिए। तो अब सवाल ये उठता है कि इंग्लिश बोलना कैसे सीखें??

 

इंग्लिश बोलना कैसे सीखें? (How to learn speaking english)

जो बच्चे english convent school में पढ़े होते हैं उनको english बोलने, पढ़ने और लिखने में ज्यादा problem तो नहीं आती है। लेकिन ये भी जरूरी नहीं है कि वे सभी fluent english बोल सकें। इंग्लिश पढ़ना, लिखना और बोलना अलग अलग बातें हैं। और U.P. Board या हिन्दी बोर्ड से पढ़े हुए बच्चों का english के हर मामले में (जैसे :- पढ़ने, लिखने और बोलने) हाथ तंग ही होता है। लेकिन english सीखना इतना भी मुश्किल नहीं है कि आप सीख ही ना पाओं।

आपको थोड़ी dedication, मेहनत और लगन के साथ english सीखना है। आप बहुत जल्दी english बोलना सीख जाएंगे। अगर आपको भी english बोलना नहीं आती है और आप english में बोलना चाहते हैं तो मैं यहां 10 tips बता रहा हूं जिन्हें अपनाकर आप बहुत जल्दी english बोलना सीख सकते हैं।

 

1. खुद को मोटीवेट करें। (Motivate yourself)

जो लोग english नहीं जानते हैं। उन्हें लगता है कि english सीखना बहुत मुश्किल है। या इसको सीखने में काफी समय लगेगा। या कुछ लोग शुरुआत में बड़े जोश के साथ english बोलना, सीखना शुरु करते हैं लेकिन कुछ समय बाद उनका जोश खत्म होने लगता है। वह धीरे-धीरे english सीखते हुए फिर से वापस अपने comfort zone हिन्दी पर ही आ जाते है। और उनका english सीखने का interest कम होने लगता है।

तो सबसे पहले तो आप english को बिल्कुल भी मुश्किल न समझें। दूसरा आप interest भी कम मत कीजिये। जब भी ऐसा महसूस हो कि आपका interest कम हो रहा है और आप वापस हिन्दी की ओर आ रहे हैं तो खुद को alert करें। और खुद से ये शब्द कहें।

“मुझे english सीखनी है, सीखनी है और सीखनी ही है”

और इस line को कम से कम 5 बार बोलें और फिर से सीखने में जुट जायें। और उपर बतायी गयी बात को बिल्कुल मजाक में ने लें। ये सच में काम करती है।

आप अपनी जिन्दगी में कोई भी काम कर रहे हों , जब भी उससे आपका मन ऊबने लगे या आपका motivation down होने लगे तो इस लाइन को 5 बार जोर जोर से बोलें।

“मुझे ये काम करना है, करना है और करना ही है।“

फिर देखिये इसका जादू।

 

2. लक्ष्य बनायें। (Make a Goal)

किसी भी काम को पूरा करने के लिए goal बनाना बहुत जरुरी है। बिना goal के आप उस काम को पूरा कर ही नहीं सकते। English के मामले में भी ऐसा ही है। आपको english सीखने के लिये भी goal बनाना होगा। जैसे:- आपको कितने दिन में english सीखनी है??

यहाँ ध्यान रखें कि english एकदम से या दो-चार दिनों में नहीं सीखी जा सकती। इसे सीखने में time लगता है। आप 3 months का अपना goal बना सकते हैं। जैसे:- मुझे 3 months में english सीखनी है। फिर अपने goal के हिसाब से अपनी तैयारी शुरू कर दें और तब तक ना रूकें, जब तक आप english बोलना सीख ना जाएं। अगर किसी वजह से कुछ दिन का break हो जाए तो निराश न हों। पूरे जोश और energy के साथ दोबारा से तैयारी शुरू कर दें।

 

3. रोजाना 10 नए शब्द पढ़ें और उन्हें याद करें। (Read 10 new words daily and learn)

एक नियम बना लें कि आपको रोजाना 10 नए words सीखने हैं। अगर आप ऐसा कर लेते हैं तो 3 महीने में आप लगभग 900 words सीख जाएंगे। आप dictionary की मदद ले सकते हैं। अगर हो सके तो अपने साथ pocket diary रखें और daily words नोट करते जाएं। ताकि आप इनको daily पढ़ सकें और याद कर सकें। अगर pocket diary नहीं रख सकते हैं तो मोबाइल में कोई file बना लें। जहाँ आप ये words लिख सकें।

लेकिन वो file ऐसी जगह हो जो easily access हो सके और उसको ढूँढना ना पड़े। इसके लिए या तो आप mail के draft में कोई file बनाकर save कर सकते हैं या WhatsApp पर किसी useless no. को (जो चालू न हो और उस पर message ना जा सके) save करके उस पर मैसेज  भेजें। इससे आपके मैसेज नहीं जाएंगे बल्कि एक ही जगह पर save होते रहेंगे। जिन्हें आप कभी भी देख सकते हैं।

 

4. अंग्रेजी में सोचें। (Think in English)

जब हम कोई काम करते हैं या करना चाहते हैं तो अपने दिमाग में उस काम के बारे में सोचते हैं। और यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि हम उसके बारे में हिन्दी में सोचते हैं। जैसे:- मानकर कर चलो कि कल सुबह 10 बजे आपको interview के लिए जाना है तो आप इसके बारे में हिन्दी में ही सोचेंगे। जैसे:-

  • मुझे सुबह 6 बजे उठना है।
  • 7 बजे तक नाश्ता करके तैयार हो जाना है।
  • 8 बजे तक इंटरव्यू की तैयारी करनी है।
  • 10 बजे तक मुझे इंटरव्यू ऑफिस पहुंच जाना है। आदि आदि ……

आप यह सब हिन्दी में इसलिए सोचते हैं कि आपके दिमाग को हिन्दी में ही सोचने की आदत है और फिर बोलते भी हिन्दी में ही हैं। इसलिए आप यह सारी बातें अंग्रेजी में ही सोचें। जैसे:-

  • I have to get up at 6 o’ clock in the morning.
  • Get ready and get breakfast by 7 o’ clock.
  • To prepare for the interview by 8 o’ clock.
  • I have to reach interview office by 10 o’ clock.

अगर आपने ये सब इंग्लिश में सोच लिया तो सोचो इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।आपका confidence level एकदम से बढ़ जायेगा। हो सकता है कि आप ये सब english में सोच ही ना पाओ। क्योंकि आपको english में सोचने की आदत नहीं है। इसलिए आप जो भी काम करें या जो भी सोचें, उसे english में ही सोचना शुरू कर दें। हो सकता है, शुरुआत में आपको कुछ परेशानी हो। लेकिन आप कोशिश करते रहें। धीरे धीरे ये आपकी आदत बन जायेगा।

आप कहीं भी हों, कुछ भी कर रहे हों, बस इंग्लिश में ही सोचें। आप रास्ते में कहीं भी जा रहे है या कुछ देखते हैं तो उसके बारे में english में ही सोचें। अगर आपको कोई शब्द नहीं आ रहा है या grammar mistake हो रही हैं तो होने दें। उससे घबरायें नहीं। धीरे धीरे जब आप इंग्लिश को समझने लगेंगे , mistake अपने आप कम होने लगेंगी।

 

6. English में पढ़ना, देखना और सुनना शुरू कीजिये।

English सीखने का सबसे अच्छा तरीका है english में पढ़ना। और उसके लिए english news paper पढ़िये। क्योंकि news paper में रोज नयी ख़बरें आती हैं जिससे आप रोज नए नए words पढ़ेंगे। आप english language में अपने मनपसंद subject की कोई book भी पढ़ सकते हैं।

English बोलना सीखने का सबसे अच्छा तरीका है। English में सुनना। सुनने से आपका उच्चारण (pronunciation) ठीक होगा। शब्दों को कैसे बोला जाता है ये पता चलेगा। इसके लिए आप english movie देख सकते हैं, english songs सुन सकते हैं, You tube पर English में कोई video देख सकते हैं। अगर समझने में कोई दिक्कत हो तो, English subtitles वाली हिन्दी में डब movie देख सकते हैं।

English में पढ़ने से, सुनने से, आपको नये नये शब्द पता चलेंगे। उनको कैसे और कहाँ बोला जाता है, ये पता चलेगा। अगर आपको किसी शब्द का अर्थ नहीं पता है तो उसे नोट करें और dictionary में उसका अर्थ देखें। शुरुआत में हो सकता है कि आप जो पढ़ रहे हैं, सुन रहे हैं या देख रहे हैं, आपको उसका मतलब ही पता ना चले। फिर भी आप चिन्ता ना करें। आप बस पढ़ते जाईये, सुनते जाईये और देखते जाइये और इसको अपनी आदत बना लीजिये।

 

6. English सीखने का माहौल बनायें।

छोटा बच्चा बिना स्कूल जाये, बिना किताब पढ़े, हिन्दी बोलना सीख जाता है। क्योंकि वह ऐसे माहौल में रहता है, जहाँ हर समय उसके सामने हिन्दी बोली जाती है। वह अपने बड़ो से हिन्दी सुनकर सीखता है और फिर बोलता है। इसलिए कुछ भी सीखने के लिए ऐसे माहौल में रहना बहुत जरूरी है। इसलिए english सीखने का माहौल बनायें।

अपने घर में अपने भाई, बहन, घर के सदस्यों से english में बात करें। अपने दोस्तों से, स्कूल कॉलेज और अपने काम करने की जगह पर english में बात करें। दोस्तों के साथ किसी topic पर group discussion करें। कोई topic लेकर खुद उस पर 10-12 line english में बोलें।

 

7. English में Translate न करें।

अक्सर जिसे english बोलना नही आता है या कम आता है और उसे english बोलनी पड़ जाये तो उसे जो भी बोलना होगा, वो पहले उसके बारे में हिन्दी में सोचेगा। फिर उसे अपने मन में english  में translate करेगा और फिर उसके बाद english में बोलेगा। बस यह गलती ज्यादातर लोग करते हैं। इससे वे translation में तो perfect हो सकते हैं लेकिन कभी English नहीं नही बोल पाते। क्योंकि अगर आपको किसी जगह पर इस्तेमाल करने के लिये कोई शब्द नही मिला तो आप अटक जायेंगे। और अगर बार बार अटकेंगे तो fluent कैसे होंगे?

इसलिए आप हिन्दी में सोचकर उसे english में translate ना करें। आप english में ही सोचें और english में ही बोलें। अगर आप गलत भी बोल रहे हैं, तो बोलते रहें, रुके नहीं, मायूस ना हों। क्योंकि आपके सामने वाला भी आपके जैसा एक इंसान ही है। आप आज गलत बोल रहे हैं तो कल सही भी बोलेंगे।

 

8. वाक्याँश सीखें। (Learn Phrases)

अक्सर लोग english सीखते समय vocabulary पर बहुत ध्यान देते हैं। और बहुत ज्यादा  शब्द याद कर लेते है। ज्यादा से ज्यादा शब्दों को सीखना और याद रखना अच्छी बात है। लेकिन अगर आप शब्दों के इस्तेमाल से एक sentence नहीं बना पाते हो तो, उनका कोई फायदा नहीं। इसके लिए आप phrases सीख सकते हैं।

अगर आप 100 शब्द जानते हैं तो हो सकता है कि आप एक भी sentence ना बना पाओ। लेकिन अगर आप एक phrase जानते हैं तो आप 100 sentence बना सकते हैं। यहाँ मै कुछ phrases दे रहा हूँ।  आप internet  पे या you tube पर या books से ये phrases सीख सकते हैं।

  • I am thinking about …….
  • Would you like to …….
  • Thank you for……….
  • No problem.
  • My pleasure.

 

9. ऊँची आवाज में practice करें।

आप english में जो भी पढ़ें, बोल बोलकर पढ़े। जो भी पढ़े, सुने, देखें, उसकी बोल बोल कर practice करें। शब्दों के सही उच्चारण की practice करें। 2 से 3 मिनट तक लगातार किसी topic पर बोलें। चाहे सही हो या गलत बस बोलते रहें। फिर अपनी गलतियों को सुधारें और एक बार फिर बोलें। Toung twister की practice करें। Toung twister आपके उच्चारण को सही करेंगे। जैसे:- “Upper roller, lower roller”.

 

10. रोजाना एक image लीजिये और उसे देखकर बोलिये।

रोजाना एक image लीजिये और उसे देखकर 10 से 12 lines english में बोलिये। Image को देखकर एक कहानी बनाईये। आपको वो कहानी english में ही सोचनी है और english में ही बनानी है और फिर उसे english में ही बोलिये। इसको रोजाना की एक आदत बना लीजिये। तो दोस्तों आज मैंने आपको english speaking सीखने के 10 ऐसे tips दिए हैं। जिन्हें मैंने खुद इस्तेमाल किया है। और ये सच में काम करते हैं।

ध्यान देने वाली बातें :-

  1. English सीखना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है। इसे अपनी मेहनत, लगन, और दृढ विश्वास से कोई भी, कभी भी सीख सकता है।
  2. इंग्लिश को आप किसी इंग्लिश सीखने वाली किताब, किसी website या किसी mobile app से भी सीख सकते हैं।
  3. English एक या दो दिन में नहीं सीखी जा सकती है। इसे सीखने में 2 या 3 महीने का समय लगेगा। किसी किसी को इससे भी ज्यादा समय लग सकता है। इसलिए धैर्य के साथ सीखें।
  4. शुरुआत में आपको काफी मुश्किलें आएँगी। आपका confidence कम होगा। लेकिन आपको लगे रहना है और डटे रहना है।
  5. आपको इसकी तैयारी रोजाना करनी होगी और उसे एक आदत बनाना होगा।
  6. आपको लगे रहना है और सीखने तक डटे रहना है।
  7. आप यहाँ दिए गये tips को seriously follow करोगे तो आपको english सीखने से कोई नहीं रोक सकता है।

 

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